मेरे लिए देश की माताएं, बहनें, बेटियां मेरा सबसे बड़ा रक्षा कवच हैं, शक्ति का श्रोत हैं, मेरी प्रेरणा हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
श्योपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आजाद कर दिया। इस दौरान जहां उन्होंने कहा कि अभी जंगल में चीतों को देखने के लिए अभी कुछ महीने इंतजार करना होगा, वहीं उन्होंने अपने जन्मदिन पर मां हीराबेन का आर्शीवाद ना ले पाने पर भी बात की।
श्योपुर में 'स्वयं सहायता समूह सम्मेलन' को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज के दिन आम तौर पर मेरा प्रयास रहता है कि मैं मेरी मां के पास जाऊं, उनके चरण छूकर आशीर्वाद लूं। लेकिन आज मैं मां के पास नहीं जा सका, लेकिन मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल की, अन्य समाज की, गांव-गांव में मेहनत करने वाली लाखों माताएं आज मुझे यहां आशीर्वाद दे रही हैं।'
पीएम मोदी ने कहा, 'पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के नए भारत में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है। आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है।' उन्होंने कहा कि जिस भी सेक्टर में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है, उस क्षेत्र में, उस कार्य में सफलता अपने आप तय हो जाती है। स्वच्छ भारत अभियान की सफलता इसका बेहतरीन उदाहरण है, जिसको महिलाओं ने नेतृत्व दिया है।