प्रवासियों के लिए सजा इंदौर का फूड मार्केट

Update: 2023-01-09 05:14 GMT

DEMO PIC (फोटो सोशल मीडिया)

इंदौर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर को मिनी मुम्बई तो कहा ही जाता है, साथ ही यहां जो आता है उसका तरह-तरह के व्यंजनों का स्वाद लिए बगैर यहां से जाने का मन नहीं करता। यही कारण है कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मौके पर सराफा एवं 56 दुकानों की छंटा निराली है। इंदौर के प्रसिद्ध सराफा एवं 56 दुकानों पर प्रवासी भारतीयों के आगमन को लेकर उत्साह का वातावरण है। इन्दौरियों ने अपनी दुकानें सजा रखी है और स्वागत में होडिर्ंग्स लगाए हैं। सात जनवरी को भी यहाँ पर कई प्रवासी पहुेचे और इंदौर के दही-बड़े, कचोरी, टिक्की, इंदौरी डोसा, शिकंजी और जलेबी का आनंद लिया। ठंड में गरमा-गरम गराडू भी लोगों की पसंद आ रहा है।
खानपान के लिए प्रसिद्ध 56 दुकानो को दुल्हन की तरह सजाया गया है। यहो के दुकानदार पलक-पावड़े बिछा कर प्रवासी भारतीयों का स्वागत कर रहे हैं। विगत 45 वर्ष से फालूदा, मटका-कुल्फी और कोल्ड-कॉफी की दुकान चला रहे राकेश हसीजा कहते हैं कि हमारे यहाँ की आइसक्रीम, फालूदा और मटका कुल्फी बहुत प्रसिद्ध है और इसका अनूठा स्वाद प्रवासी भारतीयों का स्वाद बढ़ाएगा।
इसी तरह इंदौरी नमकीन विक्रेता राकेश अग्रवाल ने भी प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए कम मिर्च-मसाले का नमकीन तैयार किया है। उनके यहो बनने वाला इंदौरी डोसा आकर्षण का केंद्र है। यही नहीं चाट हाउस पर टिकिया, पाव भाजी, सिगड़ी डोसा और इसी तरह के चटपटे व्यंजन, गरमा-गरम जलेबी, रबड़ी, गुलाब जामुन, मावा बाटी, गाजर का हलवा और मूंग का हलवा विशेष रूप से प्रवासी भारतीयों के लिए तैयार किया गया है।
सराफा में स्वादिष्ट समोसे और कचोरी की दुकान, विजय चाट हाउस, शिकंजी की दुकान और जोशी के दही बड़े आदि दुकानों के संचालक भी खासे उत्साहित हैं। ऐतिहासिक राजवाड़ा को दुल्हन की तरह सजा है।
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