दिल्ली: बसंत पंचमी के मौके पर संगम नगरी प्रयागराज में माघ मेले के चौथे स्नान पर्व पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। ब्रह्म मुहूर्त से ही संगम के घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान और दान का क्रम जारी है। लेकिन देर रात से हो रही रिमझिम बारिश के चलते ठंड बढ़ गई है।
जिसका असर बसंत पंचमी के पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं पर भी पड़ रहा है। हालांकि श्रद्धालुओं में बसंत पंचमी के स्नान पर्व को लेकर खासा उत्साह है। श्रद्धालु भीगते हुए गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में स्नान करने पहुंच रहे हैं।
बसंत पंचमी के मौके पर मां सरस्वती की भी आराधना का विधान है। इसलिए बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी संगम में स्नान कर मां सरस्वती की आराधना कर रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन मां सरस्वती की आराधना करने से साधकों की साधना पूरी होती है, तो वहीं विद्यार्थियों को मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उन्हें ज्ञान के साथ सफलता की प्राप्ति होती है। बसंत पंचमी के मौके पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम तट पर पहुंच रहे हैं।
घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम: श्रद्धालुओं के लिए संगम के घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्नान घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग के साथ ही जल पुलिस और एसडीआरएफ को तैनात किया गया है। मेले की सुरक्षा के लिए 5000 पुलिसकर्मियों के साथ ही 200 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।
माघ मेले की सभी 16 इंट्री पॉइंट पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। वहीं आज गणतंत्र दिवस को लेकर भी मेले की सुरक्षा को लेकर अलर्ट है। साधु संतों के शिविरों में भी गणतंत्र दिवस मनाए जाने की खास तैयारी की गई है।