बारिश ने बदला शादियों का ट्रेंड! बाढ़ ने बढ़ाई परेशानी, नाव पर निकली बारात
अब तक आपने घोड़ी, बड़े वाहनों पर बारात निकलते देखा और सुना होगा, लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाको में बारात भी अब नाव पर निकल रही है
गोपालगंज: अब तक आपने घोड़ी, बड़े वाहनों पर बारात निकलते देखा और सुना होगा, लेकिन बिहार के बाढ़ग्रस्त इलाको में बारात भी अब नाव पर निकल रही है। ऐसा ही नजारा गोपालगंज जिले के मांझागढ़ थाना क्षेत्र के एक बाढ़ प्रभावित गांव में देखने को मिला, जहां सज-धजकर दूल्हे के साथ पूरी बारात एक नाव पर सवार होकर एक ऊंचे स्थान तक आई और फिर वाहनों पर सवार होकर पूरी बारात अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई।
दरअसल, गोपालगंज जिले के माझागढ़ थाना के भृगुन राउत टोला गांव गंडक नदी में आई बाढ़ से पूर्ण रूप से प्रभावित हो चुका है। पूरे गांव में बाढ़ का पानी फैल चुका है। इस गांव के विकास यादव की बारात जानी थी। बाढ़ के कारण किसी वाहन का गांव तक पहुंचना आसान नहीं था। विकास ने सज-धजकर नाव की सवारी की और दो किलोमीटर का सफर तय करके बारात लेकर रवाना हुए। यही नहीं पूरा सामान भी नाव पर ही रखा गया।
बारात में शामिल निमुइया पंचायत के सरपंच चंद्रिका यादव कहते हैं कि दूल्हा विकास यादव की शादी है। बारात लेकर पूर्वी चंपारण के मलाही गांव जा रहे हैं। इनका विवाह मलाही गांव के सत्येंद्र यादव की पुत्री के साथ होना तय है। अचानक बाढ़ के पानी के आने के कारण घर भृगुन राउत टोला से गौसिया तक नाव की सवारी करनी पड़ी। विकास मामले को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। बारात में शामिल लोगों का कहना है कि जब दुल्हन की विदाई कराकर बारात वापस आएगी तो दुल्हन भी नाव से ही गांव पहुंचेगी।
बुलडोजर पर सवार होकर पहुंचा दूल्हा