लखनऊ: अयोध्या के मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से नवंबर से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए उड़ानें शुरू होंगी। अयोध्या अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक विनोद कुमार ने कहा, ''नवंबर से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए उड़ानें चालू की जाएंगी। बाद में मांग के आधार पर अन्य शहरों के लिए भी उड़ानें शुरू की जाएंगी।''
अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट नितीश कुमार ने कहा कि हवाई अड्डे के फेज वन के लिए रनवे का निर्माण किया गया है और हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का 78 प्रतिशत काम भी पूरा हो चुका है। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि हवाईअड्डे पर रात की लैंडिंग की सुविधा होगी।
भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) अयोध्या हवाईअड्डा परियोजना को बेहद तेजी से क्रियान्वित कर रहा है। हवाई अड्डा 821 एकड़ भूमि पर बन रहा है और इस परियोजना पर 320 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। एयरपोर्ट पर 24 हवाई जहाजों के लिए पार्किंग की सुविधा होगी। शुरुआत में 60 यात्रियों के बैठने की क्षमता वाले छोटे विमान हवाई अड्डे पर उतरेंगे। 2025 तक हवाईअड्डे का फाइनल फेज पूरा होने तक यह बोइंग उतारने के लिए तैयार हो जाएगा।
एएआई अधिकारियों के मुताबिक, हवाईअड्डे का प्रवेश द्वार और मेन बिल्डिंग यात्रियों को रामायण युग का अनुभव कराएगी। एयरपोर्ट बिल्डिंग की ऊंचाई राम मंदिर जैसी होगी। भगवान राम के मुख्य हथियार, धनुष और तीर, और रामायण युग की विभिन्न अन्य कलाकृतियां हवाई अड्डे के लाउंज क्षेत्र की दीवारों पर प्रदर्शित होंगी।