बेंगलुरू (आईएएनएस)| कर्नाटक पुलिस ने एक दुकानदार की हत्या के मामले में एक महिला समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया है। अब्दुल जलील की हत्या के बाद से कर्नाटक के तटीय जिलों में तनाव है। राज्य पुलिस विभाग ने सुरथकल में 27 दिसंबर तक और मंगलुरु के पानमबुरु, कवुरु और बाजपे पुलिस थानों की सीमा में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
क्षेत्र में 26 जुलाई को प्रवीण कुमार नेतारे और 28 जुलाई को मोहम्मद फाजिल की बदले की हत्याओं ने पहले राज्य को झकझोर कर रख दिया था.। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वे इस बार कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हत्या का संबंध कटिपल्ला क्षेत्र में 20 साल पहले हुई एक ड्राइवर की हत्या से हो सकता है।
पुलिस अब्दुल जलील की हत्या में एक महिला के कनेक्शन की भी जांच कर रही है।
पुलिस ने हत्यारों को पकड़ने के लिए आठ अधिकारियों की टीम गठित की है। मंगलुरु के पुलिस आयुक्त शशिकुमार ने कहा कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मृतकों के अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
मृतक की नैथांगड़ी में फैंसी दुकान थी। शनिवार को दो बदमाशों ने उनके सीने और पेट में खंजर से वार कर दिया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने कहा कि हत्या मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के पूर्व में नैतिक पुलिसिंग का समर्थन करने वाले एक बयान पर प्रतिक्रिया का परिणाम थी। यह पूछे जाने पर कि क्या उनके बयान के कारण घटनाएं हो रही हैं, सीएम बोम्मई ने कहा कार्रवाई और प्रतिक्रिया का कोई सवाल ही नहीं है।
उन्होंने अपील की, हिंसा शुरू करने वाली ताकतों से निपटा जाएगा। हिंसा से बचना सरकार का कर्तव्य है। लोगों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए और शांति बनाए रखनी चाहिए।
कर्नाटक राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी ने सोमवार को मांग की कि आरोपी व्यक्तियों और साजिशकतार्ओं की संपत्तियों को जब्त किया जाना चाहिए और सरकार को मृत व्यक्ति के परिवार को 10 करोड़ रुपये का मुआवजा देना चाहिए।
उन्होंने कहा, तटीय क्षेत्र में हुई हत्याओं ने लोगों के बीच चिंता बढ़ा दी है। हत्या के सभी मामलों को सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए। क्षेत्र में हुई बदले की हत्याओं के पीछे राजनीतिक और अन्य साजिशें हैं, सीबीआई उनका खुलासा कर सकती है।