झाबुआ। झाबुआ दौरे पर गत दिनों आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंच से कहा था कि जिले में अब मतांतरण का कुचक्र चलने नहीं दिया जाएगा, बावजूद यह सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब ताजा मामला जिला मुख्यालय झाबुआ से करीब 12 किमी दूर ग्राम झेर में सामने आया है। ग्रामीणों की जागरूकता के कारण ऐसा कुप्रयास करने वाले पांच आरोपित पुलिस गिरफ्त में आए हैं। जिले के कल्याणपुरा थाना और अंतरवेलिया चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम झेर में आवेदक रमेश भाबौर को शनिवार शाम एक घर में जबरन बुलवाकर मतांतरित करवाने का कुछ लोगों ने प्रयास किया। जब उसने मना किया तो उसे धमकी दी गई। फिर भी वह भयभीत नहीं हुआ। उसने सभी ग्रामीणों को एकत्र कर लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए सभी पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को दिए आवेदन में रमेश ने बताया कि उसे शनिवार की शाम को गांव के ही बादू भाबोर ने अपने घर बुलाया।
वहां पहले से ही चार अन्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्होंने उसके ऊपर जल छिड़का और उसके गले में क्रॉस डाल दिया। उसे कहा गया कि उसकी बीमारी आदि सभी ठीक हो जाएगी और उसे सभी लाभ मिलेंगे। उसे अब नियमित चर्च आना होगा। जब उसने विरोध किया तो उसे धमकाया गया। कल्याणपुरा थाना प्रभारी कौशल्या चौहान ने बताया कि जबरन मतांतरण करवा रहे बादू भाबोर, सिंधिया भाबोर, नाथू गुंडिया, मकना सिंगाड़िया और कांजी सिंगाड़िया को गिरफ्तार कर लिया गया है। मतांतरण क्षेत्र की एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुकी है। मतांतरण की शिकायतें कम होती हैं, लेकिन यह कुचक्र लगातार जारी रहता है। भोलेभाले आदिवासियों को प्रलोभन देकर मतांतरित करवाने का खेल लंबे समय से जारी है। विहिप इस मामले में विरोध दर्ज करवा रही है, लेकिन उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा। अवैध चर्च का मुद्दा लगातार वे उठा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। हाल ही में राज्यपाल व राष्ट्रपति के नाम प्रशासन को दिए गए ज्ञापन में उन्होंने दावा किया है कि 35 से 40 हजार लोगों को अब तक मतांतरित करवा दिया गया है।