आंध्रप्रदेश। विशाखापत्तनम एक मछुआरे ने लोन रिकवरी एजेंट्स की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली. एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 21 वर्षीय एस नरेंद्र ने किसी लोन ऐप से 2000 रुपये का लोन लिया था और उसे चुकाने में विफल रहा. लोन ऐप के एजेंट्स ने पैसे की रिकवरी के लिए मछुआरे को ब्लैकमेल करना शुरू किया और उसकी पत्नी की एक मॉर्फ्ड फोटो सर्कुलेट कर दी. इससे आहत होकर मछुआरे ने आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने एक बयान में कहा, 'एस नरेंद्र की हाल ही में शादी हुई थी. उसे 7 दिसंबर को पता चला कि लोन रिकवरी एजेंट्स ने उसकी पत्नी की मॉर्फ्ड फोटो सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप के जरिए सर्कुलेट कर दी है. इससे आहत होकर उसने खुशकुशी कर ली. यह स्पष्ट नहीं है कि नरेंद्र ने लोन ऐप से कितना पैसा उधार लिया था, लेकिन ऐसा माना जाता है कि उन पर कथित तौर पर 2,000 रुपये से अधिक का बकाया था.'
मछुआरे एस नरेंद्र की पत्नी ने पुलिस को बताया कि लोन रिकवरी एजेंट्स ने उनको भी बकाया राशि के लिए कॉल किया था. उन्होंने धमकी दी कि पैसे नहीं चुकाने पर वे उनकी मॉर्फ्ड पिक्चर उनके सभी कॉन्टैक्ट्स के बीच सर्कुलेट कर देंगे. इसके बाद दंपति ने पैसे चुका दिए. लोन रिकवरी एजेंट्स ने बावजूद इसके एस नरेंद्र की पत्नी की मॉर्फ्ड तस्वीरें सर्कुलेट कर दीं. इसके बाद नरेंद्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने, पहचान की चोरी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. लेकिन अब तक मॉर्फ्ड तस्वीरें सर्कुलेट करने के लिए जिम्मेदार आरोपियों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. बता दें कि इंटरनेट पर कई ऐसे संदिग्ध लोन ऐप्स के ऐड आते रहते हैं, जिनमें भोले-भाले लोगों को फंसाने के लिए लुभावने ऑफर की बात कही जाती है. इन ऐप्स को डाउनलोड करने पर आपके फोन का डेटा साइब्रर ठगों के हाथ लग जाता है, जिसका इस्तेमाल वे आपको ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं.