बिहार। राज्य में गुरुवार को भीषण गर्मी व पछुआ के बीच अगलगी की घटनाओं ने भी कहर बरपाया। पूर्वी चंपारण में अगलगी में तीन बच्चे तो रोहतास में दादी-पोता जिंदा जल गए। पूर्वी चंपारण के कुण्डवा चैनपुर थाना क्षेत्र के गोरगांवा गांव में गुरुवार दोपहर दलित बस्ती में आग लग गयी। तेज चल रही पछुआ के कारण देखते-देखते 40 से अधिक घरों को आग ने चपेट में ले लिया। आग लगने से शंभू राम के तीन बच्चों की घर में झुलस कर मौत हो गई। मृतकों में शंभू राम के पुत्र विशाल (6) बिट्टू (4) व छोटू (डेढ़) शामिल हैं।
वहीं दूसरी ओर रोहतास के दिनारा थाना क्षेत्र की लिलवंछ पंचायत की डंगरा टोला में दो रिहायशी झोपड़ियों में अचानक आग लग गई। घटना में दादी और पोता की जिंदा जलने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान 70 वर्षीया बहादुर चौधरी की पत्नी रजमुना कुंवर व मुनीम चौधरी उर्फ भोला चौधरी के पुत्र अजीत के रूप में हुई।
इसके अलावा गोपालगंज के पंचदेवरी में अगलगी में 100 घर जल गए। मधुबनी के लदिनया में भूसे में लगी आग बुझाने गए किसान की झुलसने से मौत हो गई। वैशाली के राघोपुर में चूल्हे की चिंगारी से निकली आग से छह घर जलकर राख। नवादा में चार सौ बीघे में लगी गेहूं की फसल जलकर राख।
छपरा में स्थानीय थाना क्षेत्र के मनिका चक में एक घर में लगी आग में छह साल की बच्ची झुलस गई। मृतका आरती कुमारी ग्रामीण प्रकाश राय की पुत्री व बृजनंदन राय की पौत्री थी। प्रकाश राय के घर में बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। सभी परिजन घर में ही थे। आग लगने के बाद सभी घर से बाहर निकल गए। लेकिन आरती अपने भाई के साथ सोई थी।उसके भाई की नींद खुल जाने से वह भी घर से भाग गया।लेकिन वह फंस गई व बाहर भाग नहीं पाई।