कई लोगों पर FIR दर्ज, इस फोटो को लेकर नाचा, देखें VIDEO
मुगल शासक औरंगजेब (Aurangzeb) का फोटो लेकर नाचने वाले 8 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
वाशिम: महाराष्ट्र के वाशिम जिले में मुगल शासक औरंगजेब (Aurangzeb) का फोटो लेकर नाचने वाले 8 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. रविवार रात ही डांस का वीडियो जिले में वायरल हुआ था. इस मामले को लेकर हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन शुरू कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार, जिले के मंगरुलपिर में दादा हयात कलंदर साहब का संदल जुलूस 14 जनवरी की रात में निकाला गया था. संदल में नाचने वालों की भीड़ में दो बड़े-बड़े फोटो लहराए गए, जिसमें एक टीपू सुल्तान और दूसरा फोटो औरंगज़ेब का था.
वीडियो सोशिल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंगरुलपिर पुलिस ने 8 लोगों पर मामला दर्ज किया है. अभी कोई अपराधी गिरफ्तार नहीं हुआ है. इस घटना के विरोध में शहर के स्थानीय हिंदू संगठन ने औरंगजेब के पुतले को जलाया. शहर में तनाव की स्थिति से बचने के लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. फिलहाल पुलिस की मुस्तैदी से शहर में शांति कायम है.
उधर, इससे पहले महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर बीते सप्ताह ही नया विवाद छिड़ा था. दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा था कि औरंगजेब क्रूर था, लेकिन हिंदू विरोधी नहीं था.
आव्हाड ने कहा था, उन्हें (छत्रपति संभाजी महाराज) को बहादुरगढ़ लाया गया था जहां उनकी आंखें निकाली ली गई थीं. बहादुरगढ़ किले के करीब, एक विष्णु मंदिर था. औरंगजेब क्रूर था लेकिन हिंदू विरोधी नहीं था. अगर वह हिंदू विरोधी होता तो वह उस मंदिर को भी तोड़ देता.
एनसीपी नेता आव्हाड विपक्ष के नेता अजीत पवार की ओर से छत्रपति संभाजी महाराज पर की गई टिप्पणी का बचाव करने की कोशिश कर रहे थे. बता दें कि एनसीपी नेता पवार ने राज्य विधानसभा में कहा था कि मराठा राजा (संभाजी महाराज) ने अपने जीवन में कभी भी धर्म या धर्म का समर्थन नहीं किया था. विपक्षी नेता के इसी बयान को लेकर बीजेपी सरकार भड़क गई थी और इसे संभाजी महाराज का अपमान बताया था.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था, एनसीपी संभाजी महाराज का अपमान करने के साथ औरंगजेब की तारीफ कर रही है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में औरंगजेब ने कई सारे मंदिरों को तोड़ा था और महिलाओं पर काफी अत्याचार किया था.