हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पुलिस का अनोखा कारनामा देखने को मिला है। थाना कुरारा में तैनात होमगार्ड की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने आनन-फानन में एक ऐसी रिपोर्ट दर्ज कर ली, जिसमें दो साल के बच्चे को भी आरोपी बना दिया गया। एफआईआर की नकल देख बच्चे के परिजन दंग रह गए। जिसके बाद एसपी से इसकी शिकायत की गई। वहीं इस मामले में एसएचओ कहा है कि विवेचना चल रही है। बच्चे का नाम हटाया जाएगा।
थाना कुरारा के भौली गांव निवासी दयाशंकर श्रीवास ने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया है कि उसका 11 अगस्त को गांव के नरेंद्र तिवारी से विवाद हो गया था। नरेंद्र थाना कुरारा में होमगार्ड के पद पर तैनात है। नरेंद्र ने अपने परिवार के छोटेलाल तिवारी, विवेक तिवारी, होरीलाल तिवारी के साथ मिलकर उसे, उसकी बहू तथा बच्चों के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने उसी दिन आरोपियों के विरुद्ध गाली-गलौज, मारपीट व एससी/एसटी की एफआईआर दर्ज कर ली थी।
पीड़ित ने बताया कि 11 अगस्त की रात में ही पुलिस ने होमगार्ड नरेंद्र तिवारी की पत्नी की तहरीर के आधार पर उसे, दो वर्षीय नाती छोटा और सुशील उसके खिलाफ मारपीट व गाली-गलौज का मुकदमा दर्ज कर दिया। सुनील कीकानपुर की एक फैक्ट्री में काम करता है, जो घटना के दिन मौजूद भी नहीं था। अब आरोपित राजीनामे का दबाव बना रहे हैं। पीड़ित ने पुलिस द्वारा दो वर्षीय मासूम बच्चे व अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए फर्जी मुकदमा निरस्त करने की मांग एसपी से की है। एसएचओ ने बच्चे का नाम निकालने की बात कही है।