जामिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Islamia University) के बाहर प्रदर्शनकारियों (Protestor) पर फायरिंग (Firing) करने वाले गोपाल (Gopal) व अन्य के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में गुरुग्राम (Gurugram) में केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, हरियाणा के पटौदी में रामलीला ग्राउंड में बीते चार जुलाई को लव जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ एक सभा आयोजित हुई थी. जिसमें गोपाल समेत कई संगठनों के लोग जमा हुए थे. आरोप है कि गोपाल ने भड़काऊ बयान दिया, जिसका वीडियो वायरल हुआ था.
गोपाल ने उगला था जहर
गोपाल ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि पटौदी से उन आतंकवादियों और जिहादी मानसिकता के लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं. गोपाल अगर CAA के समर्थन में 100 किलोमीटर जामिया जा सकता है तो पटौदी ज्यादा दूर नहीं है. इसके बाद गोपाल ने हरियाणा के पटौदी में जिहाद और धर्मांतरण के विरोध में कई अमर्यादित बातें कहीं थी.
दरअसल, इस भाषण की चर्चा सोशल मीडिया समेत तमाम जगहों पर इसलिए है क्योंकि खुद को रामभक्त कहने वाला यह गोपाल वही पिस्टलबाज है जिसने जामिया यूनिवर्सिटी के सामने एंटी CAA और NCR के खिलाफ निकलने वाले जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी के जुलूस पर फायरिंग कर दी थी.
स्वीकार की थी जामिया में फायरिंग की बात
बता दें कि भड़काऊ भाषण पर एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए गोपाल ने कबूल किया था कि जामिया में उसने फायरिंग की थी. उसने कहा, 'उस वक्त मैं सविंधान के हिसाब से नाबालिग था, मैं देश विरोधियों को संदेश देना चाहता था, इसलिए फायरिंग की, जेवर से पिस्टल लेकर गया था, जामिया में पुलिस पर हमला हो रहा था, शरजील जैसे राष्ट्र विरोधी हमला कर रहे थे.
पटौदी में दिए गए भड़काऊ बयान पर गोपाल ने कहा था कि 'मैं किसी सम्प्रदाय के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन अब जिहाद और देश विरोधी मानसिकता के लोगों के खिलाफ हूं, झूठी दलील दी जा रही है कि मैंने भड़काऊ बयान दिया, मैंने लव जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ बोला है, भड़काऊ बयान नहीं दिया है.'