मददगार के खिलाफ FIR दर्ज: ऑटो को बनाया था मिनी एम्बुलेंस, कोरोना मरीजों को फ्री में ले जा रहे थे हॉस्पिटल
राजधानी
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जावेद खान नाम के शख्स को लोगों की मदद के लिए अपने ऑटो को मिनी-एम्बुलेंस में बदलना महंगा पड़ गया। कोरोना से मचे हाहाकार में लोगों की मदद करने वाले जावेध खान के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। जावेध खान ने अपनी पत्नी के गहने को बेचकर अपने ऑटो को मिनी एम्बुलेंस का रूप दिया था। इसी मिनी एंबुलेंस की मदद से जावेद खान मरीजों को अस्पताल और अस्पताल से घर पहुंचा रहे थे। लेकिन शनिवार को जावेद खान को भोपाल के छोला पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों ने रोक दिया। गाड़ी रोके जाने के बाद जावेद ने पुलिस से अनुरोध किया कि वह इमरजेंसी ड्यूटी पर है फिर बात नहीं सुनी गई।
बताने के बाद भी नहीं सुने पुलिसकर्मी
जावेद खान ने कहा है कि मैंने उन्हें बताया कि मैंने अपने ऑटो को एम्बुलेंस में बदल दिया है और मेरे ऑटो में कोरोना मरीजों की मदद करने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर भी है, लेकिन उन्होंने मुझे डांटना शुरू कर दिया। मैं घटना का वीडियो भी शूट कर रहा था। पुलिस कर्मी आहत हुए और केस दर्ज कर दिया। जैसे ही सोशल मीडिया पुलिस की आलोचना होनी शुरू हुई भोपाल पुलिस ने केस को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
वापस लिया जा रहा है केस
भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक विजय खत्री ने कहा कि भोपाल में पूर्ण लॉकडाउन है। सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध है। पुलिस ने उनसे पूछा, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा के उद्देश्य के बारे में नहीं बताया और बैरिकेड हटाने लगा था। इसलिए पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन के लिए मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि बाद में, हमें उसकी कहानी के बारे में पता चला इसलिए हमने उसके खिलाफ मुकदमा वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की है।