बीजेपी की तेज तर्रार नेता उमा भारती के खिलाफ फर्जी वीडियो फैलाने वाले पर FIR, यह है पूरा मामला
मामला दर्ज.
भोपाल: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के खिलाफ यूट्यब पर एक रील बनाने के मामले में भोपाल पुलिस क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर लिया है. दरअसल, पूर्व सीएम के खिलाफ रील बनाकर उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान कथित रूप से ठेकेदारों से पैसे लेने का आरोप लगाया गया था.
उमा भारती के निज सचिव उमेश गर्ग ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि उन्हें मोबाइल में यूट्यूब पर किसी अज्ञात शख्स की अपलोड की गई एक रील मिली, जिसमें पूर्व सीएम उमा भारती और महिला IPS अधिकारी रूपा दिवाकर मौदगिल उर्फ डी. रूपा के फोटो को एडिट कर, कांट छांट कर एक पुरूष की आवाज में उनके विषय में अत्यंत आपत्तिजनक, तथ्यहीन, असत्य, भ्रामक, फर्जी एवं कूट- रचित सामग्री एडिट कर सोशल मीडिया, यू-ट्यूब पर अपलोड की गई है.
रील में एक अज्ञात शख्स कह रहा है,'यह एक ऐसी आईपीएस अफसर हैं, जो मुख्यमंत्री के काले कारनामे देखने उनके ही घर नौकरानी बनकर पहुंच गई, लेकिन बाद में जो हुआ उसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे. 40 सेकेंड रुकिये. दरअसल 2000 बैच की तेज तर्रार आईपीएस आफिसर दीपा दिवाकर मौदगिल उर्फ डी.रूपा जिस राज्य में होती हैं, वहां कोई भी कानून नहीं तोड़ सकता. यह चर्चा में तब आ गईं, जब इन्हें पता चला की एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ठेकेदारों से जबरदस्ती पैसे मांग रही हैं, तभी रूपा मुख्यमंत्री के घर नौकरानी बनकर पहुंच गईं.'
रील में शख्स कह रहा है कि जैसे ही रूपा ने सीएम को ठेकेदारों से पैसे मांगते देखा तभी उन्होंने अपना असली चेहरा दिखा दिया. सबके होश उड़ गये. आईपीएस अफसर डी रूपा ने मुख्यमंत्री को उनके ही घर से गिरफ्तार कर लिया तो अब आप बताइए क्या हर आईपीएस अफसर को अपना काम ऐसी ही ईमानदारी से करना चाहिये.
इस रील (वीडियो) में किसी अज्ञात शख्स ने जानबूझकर, शरारतवश, मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम एवं बीजेपी की सीनियर नेता की छवि धूमिल करने, उनका अपमान करने, इस प्रकार के कृत्य से उनकी ख्याती को नुकसान पहुंचाने की नियत से फोटो एवं वीडियो में कांट-छांट कर एडिट कर तथ्यहीन जानकारी सार्वजनिक रूप से यू-ट्यूब पर अपलोड कर बदनाम करने का प्रयास किया गया है. आरोपी के कृत्य से आक्रोश एवं क्षोभ पैदा हो रहा है. ऐसी अवैध गतिविधि को रोका जाना जरूरी है.
उमा भारती के निजी सचिव ने शिकायत में कहा है कि अवैध कृत्य करने वाले व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज कर उचित वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिये. साथ ही पब्लिक डोमेन से उक्त आपत्तिजनक रील को हटवाने के लिये उचित कार्रवाई करवाने का कष्ट करें. शिकायत के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच ने अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की धारा 336(4), 356 (2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.