फिल्मकार आयशा पर लक्षद्वीप प्रशासन ने लगाया यह आरोप, दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
लक्षद्वीप प्रशासन ने फिल्मकार आयशा सुल्ताना पर होम आइसोलेशन के अनिवार्य नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
लक्षद्वीप प्रशासन (Lakshadweep Administration) ने फिल्मकार आयशा सुल्ताना (Filmmaker Ayesha Sulthana) पर होम आइसोलेशन के अनिवार्य नियमों के उल्लंघन (Home Quarantine Rules) का आरोप लगाया है और दोबारा ऐसा करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. फिल्मकार सुल्ताना पर राजद्रोह का मामला दर्ज है. जिलाधिकारी एस असकर अली ने सुल्ताना को भेजे नोटिस में आरोप लगाया कि जहां वह ठहरी थीं, वह उस स्थान से बाहर निकलीं, सार्वजनिक स्थानों पर गईं और लोगों से बातचीत की और इस प्रकार से उन्होंने द्वीपसमूह में 12 मई से लागू सात दिन के होम आइसोलेशन के अनिवार्य नियम का उल्लंघन किया है.
लक्षद्वीप प्रशासन ने दर्ज किया था 'राजद्रोह का मामला'
सुल्ताना को पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया था जिसपर वह 19 जून को कवरत्ती पहुंचीं. लक्षद्वीप प्रशासन ने सुल्ताना के खिलाफ उस समय राजद्रोह का मामला दर्ज किया था जब वह केरल में थीं. द्वीपसमूह की निवासी सुल्ताना कवरत्ती पुलिस द्वारा तलब किए जाने के बाद वहां पहुंचीं.
प्रशासन ने कहा कि सुल्ताना को उनके खिलाफ मामले में पूछताछ के लिए ही अनिवार्य आइसोलेशन प्रावधान से छूट मिली थी. उसने आरोप लगाया कि सुल्ताना ने घर में अलग-थलग रहने संबंधी निर्देशों का उल्लंघन किया और सार्वजनिक स्थानों में घूमी-फिरीं, लोगों से बातचीत की, 'फर्स्ट लाइन ट्रीटमेंट सेंटर' गईं और संक्रमितों से बातचीत की.
बीजेपी नेता ने दी थी सुल्ताना के खिलाफ शिकायत
लक्षद्वीप प्रशासन ने इन गतिविधियों को ''गैरकानूनी'' बताया और अपने नोटिस में कहा, ''इस लिए आपको आगाह किया जाता है कि अगर आपने दोबारा आइसोलेशन के नियमों का उल्लंघन किया तो आपके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'' गौरतलब है कि सुल्ताना के खिलाफ कवरत्ती पुलिस ने नौ जून को उस वक्त मामला दर्ज किया जब उन्होंने कथित तौर पर कहा कि केंद्र ने लक्षद्वीप के लोगों के खिलाफ जैविक हथियारों का इस्तेमाल किया है. उन्होंने सात जून को मलयालम समाचार चैनल पर प्रसारित एक परिचर्चा में यह बात कही थी. बीजेपी के एक नेता ने सुल्ताना के खिलाफ शिकायत की थी.