महिला अफसर को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, विभाग में हड़कंप, जानें पूरी डिमांड
परेशान किया.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने बवाना थाने की एक महिला सब-इंस्पेक्टर पूजा चौहान को बुधवार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा है। टीम के मुताबिक, बलात्कार के आरोपी को अग्रिम जमानत प्राप्त करने में मदद करने के लिए यह रिश्वत मांगी गई थी। यह कार्रवाई बलात्कार के आरोपी की पत्नी की शिकायत पर की गई है। उसने आरोप लगाया था कि महिला सब इंस्पेक्टर की ओर से अग्रिम जमानत में मदद के लिए रिश्वत की मांग की गई है। रकम नहीं देने पर वह उसे लगातार परेशान कर रही थी, जिससे जमानत लेने में दिक्कत आ रही थी।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी महिला पुलिसकर्मी ने धमकी दी थी कि जब तक उसे राशि नहीं मिलती तब तक वह उसके पति को जमानत नहीं होने देगी। आरोपी की पत्नी ने यह भी आरोप लगाया कि पति की जमानत के लिए उसके द्वारा बताए गए वकील से संपर्क करे, जिसने जमानत के लिए डेढ़ लाख रुपये की मांग की। चूंकि, वह इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थ थी, इसलिए उसने आरोपी सब इंस्पेक्टर पूजा से बात की तो उसने 50 हजार मांगे। किसी तरह मामला 20 हजार रुपये में तय हुआ। तीन नवंबर को उसने 10 हजार रुपये दे दिए, शेष राशि छह नवंबर को देने के लिए कहा था। विजिलेंस यूनिट ने शिकायत मिलने पर बुधवार को रिश्वत लेते आरोपी पुलिस कर्मी को दबोच लिया। आरोपी महिला पुलिस कर्मी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सरिता विहार थाना क्षेत्र में तैनात पुलिस कर्मी को विशेष अदालत ने रिश्वत लेने के मामले तीन साल की सजा सुनाई है। सिपाही पर शिकायतकर्ता ने दो लाख रुपये और एक मोबाइल फोन मांगने का आरोप लगाया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि सिपाही उसे दुष्कर्म के एक मामले में फंसाने की धमकी दे रहा है। करीब तीन साल चले मुकदमे के बाद सिपाही को 26 अक्तूबर को अदालत ने दोषी करार दिया था। अदालत ने पांच नवंबर को दोषी पर 50 हजार रुपये जुर्माना और तीन साल की सजा सुनाई।