महिला दरोगा ने खत्म की जिंदगी, घर में मचा कोहराम, बॉयफ्रेंड सिपाही को किया आखिरी कॉल

जहर खाकर जान दे दी।

Update: 2024-06-28 02:39 GMT

सांकेतिक तस्वीर

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस डिपार्मेंट में उस समय सनसनी फैल गयी जब एक महिला दारोगा ने खुदकुशी कर ली। जहर खाने के बाद उसने अपने बॉयफ्रेंड सिपाही को फोन किया। लेकिन जबतक कोई कुछ कर पता तबतक वह दम तोड़ चुकी थी। साइबर थाना में तैनात 2020 बैच की प्रशिक्षु दारोगा दीपिका कुमारी (28) ने निजी आवास में जहर खाकर जान दे दी। वह पटना के श्रीकृष्णानगर की रहने वाली थी। ट्रेनिंग के बाद बीते 21 जून को उसकी साइबर थाना में पोस्टिंग हुई थी। घटना गुरुवार की
है।
दारोगा दीपिका कुमारी ने मिठनपुरा थाना के लक्ष्मीनारायण नगर मोहल्ला में अपने किराए के आवास में सुबह सात बजे उसने जहर खाया। इसके बाद पुरुष मित्र जेल में तैनात सिपाही रोहित सिंह को कॉल करके सूचना दी। रोहित ने पटना में रह रहे दीपिका के परिवार वालों को इसकी सूचना दी। इसके बाद मिठनपुरा पुलिस के साथ दीपिका के आवास पहुंच उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उसके माता-पिता और भाई पहुंचे।
जहर खाने से एक घंटा पहले दीपिका ने मां संगीता देवी से मोबाइल पर बात की थी। मां ने बताया कि वह डिप्रेशन में लग रही थी। सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि छानबीन से स्पष्ट है कि निजी मामले की वजह से जहर खाया है या मामला कुछ और है। उसके मोबाइल जांच के लिए रखा गया है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल से कई जानकारी मिल सकती है। पिता राजनंदन प्रसाद का बयान दर्ज किया है।
पिता दारोगा के पिता राजनंदन प्रसाद पटना में ऑटो चलाते हैं। बेटी के दारोगा बनने से वह काफी खुश थे। उन्हें बेटी से काफी उम्मीदें थीं। बेटी की शादी की तैयारी कर रहे थे। दीपिका चार बहन व एक भाई में तीसरे नंबर पर थी। सबसे बड़ी शिक्षिका है। दीपिका से बड़ी बहन गृह विभाग दिल्ली में स्टेनो के पद पर कार्यरत है। इससे छोटी बहन झारखंड मिलिट्री पुलिस में थी। उसने दो साल पहले रिजाइन कर दिया था। छोटा भाई सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है। दीपिका कहती थी सचिवालय में नौकरी के बाद ही शादी करेगी।
दारोगा बनने से पहले दीपिका जेल में सिपाही थी। वह मुजफ्फरपुर स्थित शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा, रोसड़ा जेल और हाजीपुर जेल में सिपाही के रूप में ड्यूटी कर चुकी थी। शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में तैनात रोहित के साथ वह हाजीपुर जेल में भी ड्यूटी की थी। उस दौरान ही उनकी मित्रता हुई थी। रोहित उसके परिवार से काफी करीब है।
दीपिका के पिता ने बताया कि जब उनकी छोटी बेटी झारखंड मिलिट्री पुलिस ने रिजाइन करके आई तो उन्होंने उसकी शादी कर दी। वह अभी अपने परिवार के साथ रह रही है। बताया कि दीपिका को शादी के लिए बोलते थे तो वह कहती थी कि वह सचिवालय में नौकरी की तैयारी कर रही है।
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