नई दिल्ली: ओडिशा के दीघा में कुछ मछुआरों की किस्मत चमक गई है. दरअसल, इन मछुआरों की जाल में 121 'तेलिया भोला' मछली फंस गईं. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि इन मछलियों की कीमत तकरीबन 2 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसमें से हर मछली का वजन 18 किलोग्राम या उससे ज्यादा आंका गया है. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इससे पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में 'तेलिया भोला' मछली मछुआरों के हाथ नहीं लगी है.
रातों-रात पलट गई मछुआरों की किस्मत
पिछले साल भी मछुआरों को दीघा तट से तेलिया भोला मछली मिली थी, लेकिन उनकी संख्या तब 30 थी. जिनकी कीमत एक करोड़ रुपये थी. लेकिन इस बार मछलियों की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. साल के पहले ही महीने में इतनी भारी संख्या में तेलिया भोला मछली के मिलने से मछुआरे काफी खुश नजर आ रहे हैं. कई मछुआरों को इन मछलियों ने मालामाल कर दिया है.
एक बड़े व्यापारी के अनुसार, मछली की यह प्रजाति गहरे समुद्र में पाई जाती है. इसे पकड़ने के लालच में मछुआरे समुद्र के उन हिस्सों में चले जाते हैं, जहां उनको जाने की अनुमति नहीं होती है क्योंकि इनकी कीमत ही बहुत ज्यादा होती है. मछुआरों का कहना है कि इस विशेष किस्म की मछली की कीमत आम तौर पर 13000 रुपये प्रति किलोग्राम होती है.
तालचुआ इलाके से मिली थी अनोखी मछली
पिछले साल ओडिशा (Odisha) के राजनगर के तालचुआ इलाके से मछुआरों ने एक अनोखी मछली पकड़ी थी. इस मछली को व्यवसायी को 10,000 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा गया था. मछली की कीमत लगभग 2 लाख रुपये थी. इस मछली को मयूरी मछली बताया गया था. इस दुर्लभ प्रजाति की मछली को देखने के लिए स्थानीय लोग भारी संख्या में एकत्र हुए थे. बेचने से पहले इसे लोगों के देखने के लिए रखा गया था.
इतनी महंगी क्यों है 'तेलिया भोला' मछली
बता दें कि तेलिया भोला मछली के इतनी महंगी होने के पीछे सबसे बड़ा कारण है इनके पेट में कई गुणकारी तत्वों का पाया जाना है. इस मछली की सबसे बड़ी खरीदार दवा कंपनियां हैं. इन मछलियों को कई तरह की दवाइयां बनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है.