दिल्ली। देश में लघु-सीमांत वर्ग के किसानों की संख्या अधिक है. ये किसान फसलों की बुवाई के लिए साहूकारों से लोन लेते हैं. फिर इस कर्ज को चुकाने के लिए उन्हें भारी ब्याज देना पड़ता है. इस दौरान आर्थिक रूप से उन्हें बेहद नुकसान होता है. फिलहाल, रबी फसलों की बुवाई की शुरुआत हो चुकी है. साथ ही फसल बुवाई के लिए आर्थिक मदद जुटाने के लिए उनकी जद्दोहद भी शुरू हो चुकी है.
किसानों की इसी परेशानी को कम करने के लिए केंद्र सरकार कई योजनाओं को लॉन्च करती रही है. किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत भी खेती-किसानी को आसान बनाने के लिए शुरू हुई थी. इस योजना के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन मिलता है. इस लोन पर 7 फीसद ब्याज चार्ज किया जाता है. इसमें 1.5 फीसदी पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है. समय पर इस लोन को चुकाते रहने पर 3 फीसदी ब्याज की छूट दी जाती है. किसान को इस 3 लाख तक के लोन के लिए केवल 4 फीसदी ब्याज देना पड़ता है. वहीं, किसान एक लाख 60 हजार तक का कर्ज बिना कुछ गिरवी रखे ले सकते हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड पर फसल के लिए कर्ज, फार्म ऑपरेटिंग, फार्म ओनरशिप लोन, एग्री बिजनेस, डेयरी प्लस स्कीम, ब्रॉइलर प्लस स्कीम, हॉर्टिकल्चर लोन, फार्म स्टोरेज फेसिलिटीस और वेयरहाउसिंग लोन, माइनर इरिगेशन स्कीम, लैंड पर्चेज स्कीम जैसे मामलों पर आसानी से लोन ले सकते हैं. इसके लिए किसानों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष रखी गई है, जबकि अधिकतम आयु 75 वर्ष होनी ही चाहिए.
अगर आपके पास किसान क्रेडिट कार्ड है तो आप इस योजना से संबंधित बैंकों के नजदीकी ब्रांच से संपर्क कर सकते हैं. अगर आपके पास किसान क्रेडिट कार्ड नहीं है तो सबसे पहले आपको उस बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जहां पर किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाता है. यहां आपको किसान क्रेडिट कार्ड अप्लाई का ऑप्शन दिखाई देगा. मांगी गई सभी डिटेल्स को ध्यान से भरें, फिर एप्लीकेशन को सब्मिट कर दें. ऐप्लीकेशन प्रोसेस होने में तीन से चार दिनों के वर्किंग डेज लगते हैं. क्रेडिट कार्ड इश्यू होने के बाद नजदीकी बैंक पर जाकर लोन के लिए अप्लाई कर दें. बता दें किसानों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के जरिए से आपको किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन मिलता है.