देशभर में मशहूर कराची बेकरी की मुंबई ब्रांच को बंद कर दिया गया है. माना जा रहा है कि ये फैसला आर्थिक तंगी के कारण हुआ है. हालांकि, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का कहना है कि ये उनके द्वारा दी गई धमकी का असर है.
मुंबई के बांद्रा वेस्ट इलाके में स्थित कराची बेकरी अब बंद हो गई है. कुछ वक्त पहले राज ठाकरे की पार्टी मनसे के कार्यकर्ताओं ने कराची बेकरी के खिलाफ प्रदर्शन किया था. मनसे की मांग थी कि इस बेकरी के नाम से कराची हटाया जाना चाहिए क्योंकि ये पाकिस्तान का शहर है.
मनसे के नेता हाजी सैफ शेख ने कराची बेकरी के बंद होने को पार्टी की कामयाबी करार दिया है. इस बारे में उन्होंने ट्वीट भी किया था कि कराची बेकरी के नाम के खिलाफ जो प्रदर्शन किया गया, उसका असर दिख गया है और अब मुंबई में कराची बेकरी बंद हो गई है.
हालांकि, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने इस बयान को पार्टी का रुख नहीं माना है. मनसे ने कहा है कि हाजी शेख ने जो बयान दिया है, वो उनकी निजी राय है.
आपको बता दें कि कराची बेकरी की मुख्य ब्रांच यूं तो हैदराबाद में है, लेकिन ये देशभर में फेमस है और अलग-अलग जगह इसकी ब्रांच है. इसके नाम के पीछे की कहानी ये है कि बेकरी के मालिक बंटवारे से पहले कराची में रहते थे, लेकिन बाद में हिंदुस्तान आ गए थे. ऐसे में उन्होंने अपनी दुकान का नाम कराची बेकरी ही रख दिया.
कराची बेकरी के मालिक के करीबी के मुताबिक, अभी कंपनी आर्थिक संकट से जूझ रही है. लॉकडाउन के वक्त ये संकट और भी बढ़ गया था. बांद्रा वेस्ट के जिस इलाके में ये शॉप थी उसका किराया काफी अधिक था. ऐसे में बिजनेस में प्रॉफिट ना होने के कारण ये फैसला लेना पड़ा था. बयान में कहा गया कि शॉप बंद होने का मनसे के प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है.