गुजरात। सूरत क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई के नालासोपारा से नाइजीरियाई नागरिक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 55 लाख रुपये की एमडी ड्रग्स बरामद हुई. इससे पहले 16 नवंबर को क्राइम ब्रांच ने सूरत के कपलेथा चेक पोस्ट से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनकी निशानदेही पर यह कार्रवाई की गई. पुलिस अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े तारों की जांच में जुटी है.
जानकारी के अनुसार, सूरत क्राइम ब्रांच ने 16 नवंबर 2024 की सुबह सूरत शहर के कपलेथा चेक पोस्ट के पास से तीन आरोपियों को 554.82 ग्राम एमडी ड्रग्स के साथ पकड़ा था. इसकी कीमत 55 लाख 48 हज़ार 200 रुपये बताई गई थी. उनके पास से 53 हजार 750 रुपये कैश और कार सहित कुल 58 लाख 71 हजार 950 रुपये का माल जब्त किया गया था. इसके बाद मुंबई के नालासोपारा से एक नाइजीरियाई व्यक्ति सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. सूरत क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए तीन आरोपियों में एक का नाम इरफान खान मोहम्मद खान पठान तो दूसरे का नाम मोहम्मद तौसीफ मोहम्मद रफीक शाह है. वहीं तीसरा आरोपी अशफाक इरशाद कुरैशी है. यह तीन लोग मुंबई से होंडा सिटी कार में सवार होकर के सूरत आ रहे थे. सूरत क्राइम ब्रांच ने कपलेथा चेक पोस्ट के पास से इन्हें गिरफ्तार किया था.
क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स मामले में फरार आरोपी अजय ठाकुर और मूलतः नाइजीरिया के रहने वाले डेविड ऊंचे प्रिंस को भी गिरफ्तार किया है. नाइजीरियाई नागरिक डेविड ऊंचे पहले भी धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है और चार साल जेल में भी रह चुका है. सूरत क्राइम ब्रांच के डीसीपी भावेश रोजिया ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने जिन तीन लोगों को पकड़ा था, उनसे पूछताछ की गई तो दो और आरोपियों के नाम सामने आए, जिन्हें मुंबई से गिरफ्तार किया गया. अब इनसे पूछताछ की जा रही है. साल 2015 में नाइजीरियाई व्यक्ति धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार हुआ था.नाइजीरियाई नागरिक पिछले 10 साल से भारत में रह रहा है. किस वीजा के आधार पर रह रहा है, इसका वेरीफाई करना अभी बाकी है. गिरफ्तार आरोपी अजय ठाकुर नालासोपारा एरिया में रेंट कलेक्ट करने का काम करता है. इसके अलावा अजय ठाकुर फिल्मों की शूटिंग में कैमरामैन के तौर पर भी काम करता था. अजय के ही नजदीक नाइजीरियाई व्यक्ति रहता है, जिससे दोनों की पहचान हुई थी.