गोरखपुर: खनन विभाग की कार्रवाई के बाद खनन माफिया ने एक युवक को निशाना बना दिया। खनन माफिया को शक है कि युवक ने ही उसकी मुखबिरी कर पकड़वाया है और इसके बाद चोरी का एक फर्जी वीडियो बनाकर युवक को चोर बताया गया। इससे डरे युवक को हार्ट अटैक आ गया और उसे एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। उधर, घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस गोपनीय तरीके से मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, पूर्व में दर्ज केस में फरार खनन माफिया की तलाश तेज कर दी गई है।
खनन माफिया व बड़हलगंज निवासी युवक पर गीडा थाने में अवैध खनन का केस दर्ज किया गया। खनन विभाग ने उसकी गाड़ी पर कार्रवाई भी की थी। लेकिन, इसी बीच अब एक नया मामला सामने आ गया है। पता चला है कि बड़गहन के रहने वाले एक युवक पर खनन माफिया को संदेह हो गया कि वह सटीक सूचना देकर गाड़ी पकड़वा दे रहा है। इसके बाद खजनी इलाके के एक कमरे में उसे जबरन बुलाया गया। वहीं पर सामान बिखेरा गया और नोट भी बिखेर दिया गया। पहले से वीडियो एक युवक बना रहा था और बड़गहन के युवक के अंदर जाते ही उसका वीडियो बनाकर उसे चोर बता दिया गया। फिर खनन माफिया ने उसे बताया कि अगर तुमने पुलिस में शिकायत की तो फिर चोर बताकर केस दर्ज करा देगा।
इसके बाद युवक डर गया और उसे हार्टअटैक आ गया। पहले तो सामान्य दर्द समझकर अस्पताल गया लेकिन वहां पर फिर उसे दूसरा अटैक भी आ गया और आनन-फानन में उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। इधर, इस तरह की घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने युवक से संपर्क किया तो उसने सच्चाई तो बता दी, लेकिन डरे होने की वजह से अभी तहरीर नहीं दी है। लेकिन, गीडा पुलिस अपने स्तर से इस मामले की जांच कर रही है।
अब भी पिपराइच का खनन माफिया फरार हाल में ही पिपराइच इलाके में खनन टीम पर हमला करने का मामला सामने आया था। उसमें पुलिस ने केस दर्ज कर दो आरोपितों को जेल भी भेजा लेकिन एक आरोपित अब भी फरार है। केस में उसका नाम भी दर्ज है, लेकिन वह पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
26 जून की रात में खनन की जांच करने निकले खनिज मोहर्रिर पर हमला करने का मामला भी सामने आया था। इसमें यही खनन माफिया आरोपी बनाया गया था। तब पुलिस ने आरोपित को जेल भी भेजा लेकिन कुछ दिन बाद जमानत पर बाहर आया और फिर से काम करने लगा। इतना ही नहीं उसने खनन विभाग के अफसर को भी समझा लिया था और वह एसएसपी के पास केस वापस लेने की सिफारिश तक लेकर पहुंच गए थे। लेकिन, उन्होंने डीएम से शिकायत की बात कही तो वह लौट गए थे। अब एक बार फिर वह सक्रिय हो गया है। उस पर पांच से अधिक केस दर्ज हैं।