मुंबई: मुंबई क्राइम ब्रांच ने 30 वर्षीय विशाल काले नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने NIA का अधिकारी बनकर गैंगस्टर सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट से एजेंसी की जांच से बचाने के झांसा देकर 50 लाख की उगाही की थी. दरअसल, गैंगस्टर छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट को पिछले एक महीने में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने दाऊद इब्राहिम, लश्कर ए तैयबा के सदस्यों और उनके साथियों के खिलाफ मामले के सिलसिले में कई बार तलब किया था.
जिसके बाद सलीम फ्रूट को लग रहा था कि उसे गिरफ्तार किया जा सकता है. इस दौरान वह किसी तरह से काले के संपर्क में आ गया. जिसने एनआईए अधिकारी के रूप में खुद को देवराज सिंह बताया. सलीम को दिल्ली भी बुलाया गया था और फिर वापस भेज दिया गया. इस दौरान काले ने अपने राजनीतिक संबंधों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संबंधों का दावा करते हुए सलीम को मामले में एनआईए की गिरफ्तारी से बचने में मदद करने की बात कही थी.
एनआईए ने सलीम को पिछले हफ्ते दाऊद इब्राहिम गैंग की आतंकी गतिविधियों को छोटा शकील के नाम पर जबरन वसूली और अन्य अवैध गतिविधियों के जरिए फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान एनआईए अधिकारियों को काले के बारे में जानकारी मिली थी, जिसे सलीम ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 50 लाख रुपये दिए थे.
सलीम द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर एनआईए अधिकारियों ने काले को पकड़ लिया और फिर उसे मुंबई अपराध शाखा को सौंप दिया. मुंबई क्राइम ब्रांच ने काले के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज किया है और मामले की जांच की जा रही है. क्राइम ब्रांच काले और उसके साथियों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है.