फर्जी लेफ्टिनेंट कमांडर गिरफ्तार, सेना में भर्ती के नाम पर किया लाखों की वसूली

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Update: 2023-03-01 17:26 GMT
मेरठ। रक्षा मंत्रालय व भारतीय सेना में सरकारी पद नियुक्ति के लिए फर्जी तरीके से अवैध वसूली करने वाले फर्जी लेप्टीनेंट कमांडर और सरगना कासगंज नगला अस्थर निवासी अतुल माथुर को नोएडा सेक्टर 113 से गिरफ्तार किया गया है। इस गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ ने दबिश दी लेकिन, सुराग नहीं लग सका है। वहीं दूसरी ओर मेरठ का रहने वाला अनिल कुमार, जो भारतीय रक्षा मंत्रालय में मिनिस्ट्रियल स्टाफ है। वह भी इस गैंग में शामिल है। अनिल कुमार अभ्यर्थियों के फॉर्म में कूटरचना करके एवं भारतीय रक्षा मंत्रालय का गेट पास बनवाता है और उन्हें अभ्यर्थियों को देकर भ्रम में डालता है कि आपकी ज्वॉनिंग विभिन्न पदों पर सही तरीके से हो रही है। एसटीएफ की टीम जांच-पड़ताल में जुटी है। एएसपी एसटीएफ बृजेश सिंह ने बताया कि काफी दिन से जम्मू-कश्मीर इंटेलीजेंस और एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि भारतीय रक्षा मंत्रालय व भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से अवैध वसूली करने के लिए अतुल माथुर आने वाला है। जिसको घेराबंदी करके नोएडा से पकड़ लिया गया। अतुल माथुर (फर्जी लेप्टीनेंट कमांडर) ने पूछताछ में बताया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से 10 से 20 लाख रुपये लिये जाते हैं। साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि की मूल कॉपी रख ली जाती है।
आरोपी ने बताया कि उसका भाई सनी कुमार व बृजकिशोर निवासी नगला अस्थर सहावरगेट, कासगंज और विपिन कुमार निवासी राया मथुरा अमित वार्ष्णेय पुत्र अशोक कुमार निवासी डिवाई बुलंदशहर हम अपने सम्पर्कों के माध्यम से फर्जी भर्ती प्रक्रिया के लिए अजय उर्फ अनिल कुमार निवासी मेरठ, जो भारतीय रक्षा मंत्रालय में मिनिस्टीरियल स्टाफ है, जो अभ्यर्थियों के फार्म में कूटरचना करके एवं भारतीय रक्षा मंत्रालय का गेट पास बनवाता है और उन्हें अभ्यर्थियों को देकर भ्रम में डालता है कि आपकी ज्वानिंग विभिन्न पदों पर सही तरीके से हो रही है। हमारे पास आये हुए ग्रामीण युवक / युवतियों को मेरे द्वारा खुद को लेप्टीनेंट कमांडर, इंडियननेवी के पद पर प्रदर्शित कर युवको को भरोसे में लेकर उनकी फर्जी भर्ती प्रक्रिया की जाती है। एसटीएफ ने इनके कब्जे से वर्दी, आईडी कार्ड, नेवी की वर्दी, आर्मी की वर्दी, डायरी, पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, 3770 रुपये, पासपोर्ट साइज फोटो, आर्मी कैंटीन कार्ड बरामद किया है। आपस में बांट लेते थे पैसे भर्ती प्रक्रिया से प्राप्त धन हम लोग आपस में बांट लेते हैं। गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ में प्रकाश में आये गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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