जयपुर। मुरलीपुरा थाना पुलिस ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित प्राथमिक विद्यालय अध्यापक परीक्षा ( रीट लेवल-1 ) मैन परीक्षा में परीक्षा दे रही एक फर्जी महिला अभ्यार्थी को गिरफ्तार कर उसके पास से फर्जी आधार कार्ड व प्रवेश पत्र बरामद किया गया है। फिलहाल आरोपित महिला से पूछताछ की जा रही है। पुलिस उपायुक्त, जयपुर पश्चिम वन्दिता राणा ने बताया कि मुरलीपुरा थाना पुलिस ने थाना इलाके के सूर्य नगर स्थित प्रिन्स स्कूल में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित प्राथमिक विद्यालय अध्यापक परीक्षा ( रीट लेवल-1 ) मैन परीक्षा में एक महिला फर्जी अभ्यार्थी संगीता बिश्नोई (33)निवासी रानीवाड़ा जिला जालौर को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास फर्जी आधार कार्ड, प्रवेश पत्र बरामद किये गये हैं। आरोपित महिला संगीता बिश्नोई प्रथम लेवल अध्यापक के पद पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय पुराना पावर हाउस सांचौर जिला जालौर में पदस्थापित है। अभ्यार्थी संगीता बिश्नोई ने अपने नंदोई भजनलाल बिश्नोई के कहने पर उसकी जानकार मंजू बिश्नोई के स्थान पर डमी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देना स्वीकार किया है। इस परीक्षा को देने के लिए उसके ननदोई भजनलाल बिश्नोई ने 10 से 15 लाख रुपये तक देने की तय की गई थी। फर्जी महिला अभ्यार्थी संगीता बिश्नोई से इस गिरोह के नेटवर्क में उसके साथ कौन कौन जुड़े हुए है,जिसके बारे में पूछताछ की जा रही है।
इसके अलावा आयोजित प्राथमिक विद्यालय अध्यापक परीक्षा ( रीट लेवल-1 ) मैन परीक्षा में शनिवार सुबह की पारी में आमेर और अजमेर रोड स्थित परीक्षा केंद्र पर दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए हैं। पुलिस ने फर्जी अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार आमेर में मेहंदी का बास स्थित सरकारी स्कूल में शनिवार सुबह थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा की पहली पारी में मूल अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते हुए फर्जी अभ्यर्थी को पकड़ा गया है। आरोपित मूल प्रतिभागी राजू की जगह महेंद्र परीक्षा देने पहुंचा था। चेकिंग के दौरान संदेह होने पर गहनता से पूछताछ की गई। इस दौरान फर्जी अभ्यर्थी का खुलासा हुआ। पुलिस ने अभ्यर्थी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। फिलहाल पुलिस मूल अभ्यर्थी की तलाश में जुट गई है। इधर राजधानी के सांगानेर इलाके में पुलिस कंट्रोल रूम को थर्ड ग्रेड परीक्षा में एक सेंटर पर व्हाट्सएप के जरिए पेपर हल करने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही सांगानेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अधिकारी और टीम ने पूरे सेंटर पर सर्च अभियान चलाया। जांच पड़ताल करने के बाद व्हाट्सएप के जरिए पर पेपर हल करने वाली सूचना झूठी पाई गई।