नई दिल्ली (आईएएनएस)| केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को वित्तीय लेखा सहायक (एफएए) पेपर लीक की जांच के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के जम्मू क्षेत्र में 37 स्थानों पर छापेमारी की। परीक्षा 6 मार्च 2022 को आयोजित की गई थी जिसमें अनियमितताएं पाई गई थीं।
सीबीआई के एक सूत्र ने कहा कि पेपर लीक करने के आरोपी दलालों, जम्मू-कश्मीर के वन रक्षकों, सीआरपीएफ कांस्टेबलों और वायु सेना के अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की जा रही है।
सीबीआई ने नवंबर 2022 में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। पिछले साल 30 नवंबर को सीबीआई ने 14 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जहां आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए थे।
क्या है पूरा मामला?
जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) के तत्कालीन सदस्य (जेकेएएस), बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय, पलौरा के तत्कालीन चिकित्सा अधिकारी, निजी व्यक्तियों, निजी कंपनी और अज्ञात अन्य सहित 20 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जेकेएसएसबी द्वारा 6 मार्च, 2022 को आयोजित की गई थी। परिणाम 21 अप्रैल, 2022 को घोषित किए गए थे।
एफआईआर के अनुसार, "परीक्षा में कदाचार के संबंध में आरोप थे और जम्मू-कश्मीर सरकार ने इसकी जांच के लिए एक जांच समिति गठित की। समिति की रिपोर्ट में जेकेएसएसबी, बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी के अधिकारियों, लाभार्थी उम्मीदवारों और अन्य के बीच कथित साजिश का खुलासा हुआ, जिसके कारण परीक्षा के संचालन में घोर अनियमितता हुई।"
सीबीआई को जांच के दौरान चयनित हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र लीक होने के बारे में पता चला।
सीबीआई ने कहा कि जेकेएसएसबी द्वारा बेंगलुरु की एक निजी कंपनी को प्रश्नपत्र तैयार करने का काम सौंपने में नियमों का उल्लंघन और जालसाजी आदि भी पाए गए।