राजस्थान में भीषण गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, लू से अब तक 16 की मौत

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Update: 2024-05-28 17:46 GMT
राजस्थान। राजस्थान में भीषण गर्मी लगातार रिकॉर्ड बना रही है। मंगलवार को चूरू में तापमान 50.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह राजस्थान में इस सीजन का सर्वाधिक तापमान है। वहीं, पिलानी में गर्मी ने 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। यहां तापमान 49 डिग्री दर्ज किया गया। साल 1999 में पिलानी में तापमान 48.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इधर, कोटा के सुकेत में गर्मी से 4 नवजात बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इनमें से दो की अस्पताल में ही मौत हो गई। जबकि दो को झालावाड़ रेफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार सपना पत्नी दरबार सिंह और सविता कुमारी पत्नी मिथुन ने 26 मई को बच्चों को जन्म दिया। इसके बाद मां और बच्चों को वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। परिजनों का आरोप है कि वार्ड में केवल पंखे लगे हुए थे। वार्ड में 4 बच्चे एडमिट थे और एक कूलर था। गर्म हवा की वजह से नवजातों की तबीयत बिगड़ी।
परिजनों ने आरोप लगाया कि 4 कूलर जो भिजवाए थे, वे स्टाफ और डॉक्टर के ओपीडी रूम में लगा दिए गए थे। बीसीएमओ डॉ. रईस खान ने बताया कि नवजात की मौत गर्मी के अलावा अन्य कारणों से हो सकती है। इसे लेकर जांच टीम बनाई गई है। यह सही है कि प्रसूता वार्ड के कूलर डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों के चैंबर में लगे हुए थे।
आज एक दिन में 16 मौत हुईं। प्रदेश में गर्मी से अब तक कुल 51 लोगों की जान गई है। टोंक में पिछले 24 घंटे में पति-पत्नी समेत 5 की मौत हुई। हालांकि अधिकांश मौतों में डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट के बाद ही मौतों का कारण पता चल पाएगा।
1. जयपुर में एग्जाम देकर कॉलेज से बाहर आते ही स्टूडेंट कपिल (22) बेहोश हो गया। उसे जयपुरिया हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर का कहना है कि प्रथम दृष्टया गर्मी से तबीयत खराब होना माना जा रहा है। कपिल जयपुर में एग्जाम देने आया था।
2. उदयपुर जिले के कुराबड़ थाना क्षेत्र के छोटा भल्लो का गुड़ा निवासी वार्ड पंच दुर्गा गमेती (26) बकरियां चराने गई थीं। जहां तेज गर्मी से उन्हें चक्कर आए और गड्ढे में गिर गईं। उनके पति उन्हें उदयपुर के निजी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। वार्ड पंच घनश्याम सालवी ने बताया- गर्मी की वजह से ही दुर्गा की मौत हुई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि परिजन गर्मी से ही मौत बता रहे हैं, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
3. टोंक जिले में 24 घंटे में पति-पत्नी समेत 5 लोगों की मौत हो गई। इनमें से पति-पत्नी और एक चरवाहे की चमड़ी धूप से झुलसी हुई थी। ग्रामीणों और परिजनों ने गर्मी व लू की चपेट में आने से मौत बताई है। हालांकि डॉक्टर और पुलिस यह तो कह रही है कि दंपती समेत 3 लोगों के शवों की चमड़ी धूप से झुलसी जरूर है, लेकिन मौत के वास्तविक कारण मेडिकल बोर्ड की गठित कमेटी बताएगी। उधर, पुलिस ने 4 शवों के पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिए। जबकि पांचवें शव का परिजनों ने पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया। मृतकों में घाड़ थाना क्षेत्र के सरोली निवासी रामलाल गुर्जर (60) पुत्र उद्दा लाल गुर्जर, थली निवासी उमराव सिंह (73) पुत्र रतन सिंह, उनियारा थाना क्षेत्र के गोडों की झोपड़ियां निवासी देवा (75) पुत्र रामकुमार कुशवाह, लांबाहरिसिंह थाना क्षेत्र के लड़ी हाल निवासी आटोन निवासी जेतु मोग्या (55) पुत्र चंदा मोंगिया व उसकी पत्नी रूपा मोग्या (50) थे।
4. पाली में हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल मीना की बॉडी मंगलवार शाम को पुलिस लाइन में उनके सरकारी क्वार्टर में मिली। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजन का कहना है कि गर्मी की वजह से उनकी जान गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण का खुलासा होगा। रतनलाल पुलिस लाइन में तैनात थे।
पाली के पुनायता औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्री के कमरे में मंगलवार सुबह 44 साल का मजदूर रतिलाल मृत मिला। रात में वह खाना खाकर सोया था। सुबह 6 बजे साथी उसे उठाने गए तो घटना की जानकारी हुई। रतिलाल उदयपुर का रहने वाला था। तेज गर्मी से तबीयत बिगड़ने की बात कही जा रही है। हालांकि पोस्टमॉर्टम के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा।
5. भरतपुर शहर के अटलबंद थाना इलाके में एक व्यक्ति का शव खाली प्लॉट में पड़ा मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि व्यक्ति की मौत गर्मी के कारण हुई है। अटलबंद थाना अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने बताया- शव को आरबीएम अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृ​त घोषित कर दिया था।
इसी तरह भरतपुर शहर के सुभाष नगर में एक युवक का शव सड़क पर पड़ा मिला। पिता हजारी लाल ने बताया कि बेटा ब्रजेश कुमार (24) सोमवार सुबह 8 बजे तारीख पर निकला था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। मंगलवार सुबह पुलिस से सूचना मिली। परिजन का कहना है कि सड़क पर वह अचेत होकर गिरा था। ऐसे में उसकी मौत गर्मी से ही हुई है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है कि मौत कैसे हुई।
6. बारां जिले के हरनावदाशाहजी क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि गर्मी की वजह से जान चली गई है। पुलिस के अनुसार, दिगोद जागीर गांव निवासी नंदकिशोर ने बताया कि उसके पिता हजारीलाल (62) पुत्र हीरालाल लोधा सोमवार सुबह बकरियां चराने खेत पर गए थे। शाम को नहीं लौटे तो परिजनों ने तलाशना शुरू किया। वे खेत में अचेत मिले। उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इसी तरह कस्बे के बोरखेड़ी रोड एक व्यक्ति अचेत मिला। पुलिस ने बताया कि सत्यनारायण (50) पुत्र रामचंद्र लखेरा को परिवार वाले हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने दोनों मामलों मे संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया है। परिजन गर्मी से मौत का दावा कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
7. श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट में गर्मी और लू लगने से एक श्रमिक की मौत हो गई। मृतक अनिल (32) के भाई सुरेश ने कहा कि अत्यधिक गर्मी के कारण श्रमिक की मौत हुई है। मंगलवार दोपहर उसे उल्टी होने पर ठुकराना गांव के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से गंभीर हालत में सूरतगढ़ रेफर कर दिया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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