रंगदारी के लिए कॉल, फैशन डिजाइनर गिरफ्तार, गैंगस्टर लॉरेंस के शूटर से की बात
राजनीति में आने के लिए एक लड़की ने ऐसा कदम उठाया
जयपुर: राजस्थान में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके लिए सभी नेता अपनी-अपनी तैयारियों में जोरशोर से जुटे हैं. जयपुर की रहने वाली एक फैशन डिजाइनर युवती ने भी चुनाव लड़ने का फैसला किया, पर उसके पास इसके लिए रुपये नहीं थे. बस फिर क्या था. युवती ने पैसे जुटाने के लिए किसी भी हद तक जाने की ठान ली. इसके लिए उसने इंस्टाग्राम पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर काली से संपर्क किया और चुनाव लड़ने के लिए वसूली का प्लान तैयार किया.
प्लान के तहत युवती ने काली शूटर के जरिए दो नामी डॉक्टर्स को यूके से धमकी दिलवाई और दोनों से 50-50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. लेकिन जयपुर पुलिस ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया. पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि बीते माह 16 अगस्त को राजस्थान हॉस्पिटल के मालिक डॉ. श्याम सुंदर अग्रवाल को इंटरनेट के जरिए कॉल आई. जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और रुपये न मिलने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई.
एक सप्ताह बाद 24 अगस्त को अनस के सुपर स्पेशियलिटी मालवीय नगर के मालिक डॉक्टर सुनीत शाह को इसी तरह का इंटरनेट कॉल आया जिसमें भी 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई. दोनों ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने दोनों मामलों को गंभीरता से लिया और मामले की गहराई से जांच की. टेक्नीकल एक्सपर्ट की मदद से दोनों डॉक्टर को फोन करने वाले अपराधियों की पहचान की. साथ ही देश की अलग-अलग एजेंसियों से इंटेलिजेंस इनपुट लिए और राजस्थान पुलिस पंजाब पहुंची.
मोहाली जेल में बंद रविंदर सिंह ऊर्फ काली शूटर से पूछताछ की तो उसने बताया कि इंस्टाग्राम पर जयपुर की एक युवती खुशबू चेलानी ने दोनों डॉक्टर के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद उसने यूके में अपने साथी बदमाशों से दोनों डॉक्टरों को फोन कॉल कर रंगदारी की धमकी दी थी
पुलिस को हनुमानगढ़ का रहने वाला मिनी पेट्रोल और हर्ष भादू के जयपुर होने का इनपुट मिला. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिस ने जयपुर के मालवीय नगर की रहने वाली 25 वर्षीय खुशबू चेलानी उर्फ खुशी को गिरफ्तार किया.
पुलिस को पूछताछ में उसने बताया कि वो पहले मेयर का चुनाव लड़ना चाहती थी और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी लड़ने की तैयारी कर रही थी. लेकिन चुनाव लड़ने के लिए उसके पास रुपये नहीं थे. इसलिए उसने दोनों डॉक्टरों से रुपये वसूलने का प्लान तैयार किया. क्योंकि एक कार्यक्रम में दोनों डॉक्टर ने चैरिटी के लिए बड़ी धनराशि भेंट की थी. खुशबू के कई बड़े नेताओं से संपर्क भी बताए जा रहे हैं. 2015 में लॉरेंस बिश्नोई को पुलिस कस्टडी से छुड़वाने मुख्य आरोपी काली शूटर से संपर्क कर फिरौती की साजिश रचने वाली खुशबू से पुलिस पूछताछ कर रही है.