नया संसद भवन बनाने पर खर्च और बढ़ा, जानें कब तक हो जाएगा तैयार
नए संसद भवन का निर्माण कार्य अक्टूबर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली: नए संसद भवन के निर्माण पर 200 करोड़ रुपए अधिक खर्च हो सकता है. बताया जा रहा है कि ये खर्च स्टील, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य कार्यों पर बढ़ा रहा है. इस बढ़े हुए खर्च के लिए सीपीडब्ल्यूडी को लोकसभा सचिवालय की मंजूरी मिलने की उम्मीद है. समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी.
बताया जा रहा है कि इसी महीने सेंट्रल पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (CPWD) ने नए संसद भवन के निर्माण की लागत में होने वाली वृद्धि के लिए लोकसभा सचिवालय से मंजूरी मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक, इस वृद्धि के बाद संसद भवन का बजट 1200 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है.
2020 में नया संसद भवन बनाने का प्रोजेक्ट टाटा प्रोजेक्ट्स को 971 रुपए करोड़ में मिला था. सरकार ने भवन के लिए अक्टूबर 2022 की समय सीमा निर्धारित की थी और इस साल नए संसद भवन में शीतकालीन सत्र आयोजित करने का लक्ष्य रखा था.
सूत्रों के मुताबिक, CPWD ने उन वजहों को बताया है, जिनकी वजह से नए संसद भवन की लागत बढ़ रही है. इसमें स्टील की ऊंची कीमत शामिल है, संसद की नई इमारत भूकंपीय क्षेत्र 5 के मानदंडों के तहत बनाई जा रही है.
इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स पर भी खर्च बढ़ने की संभावना है. दरअसल, संसद भवन में मॉर्डन ऑडियो-वीडियो विजुअल सिस्टम लगाया जाएगा. इसके अलावा सभी सांसदों की टेबल पर टैबलेट की व्यवस्था की जाएगी. इसी तरह से मंत्रियों के चेंबर और मीटिंग रूम में उच्च तकनीक वाले डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा.
एक अन्य वजह ये है कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने वाली कंपनी को सुप्रीम कोर्ट के कई निर्देशों का पालन करना पड़ता है. जैसे इस जगह से खोदी जा रही मिट्टी को बदरपुर में प्रस्तावित इको पार्क में ले जाया जाएगा. इसे बेचा नहीं जाएगा.