पुलिस पर ज्यादती का आरोप, किन्नरों ने थाने में हंगामा किया, VIDEO
आगजनी कर किया प्रदर्शन।
पटना (आईएएनएस)| बिहार के सीवान जिले के मुफस्सिल थाने में गुरुवार को 50 से अधिक किन्नरों ने पुलिस पर बेवजह पैसे ऐंठने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उनमें से एक किन्नर तो पुलिस की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर आत्मदाह की धमकी दे रही थी। उन्होंने थाने के बाहर सड़क पर टायर भी जलाए।
प्रदर्शनकारियों में से एक माही खान ने कहा- हम अपनी आजीविका कमाने के लिए विभिन्न ऑर्केस्ट्रा में काम करते हैं। यह हमारी आय का स्रोत है, लेकिन स्थानीय पुलिस हम पर दबाव बना रही है। वे हर हफ्ते 'हफ्ता' के रूप में हमसे 2,000 रुपये से 3,000 रुपये वसूलते हैं। पैसे देने से इनकार करने पर बाल तस्करी के झूठे मामले दर्ज करने की धमकी भी देते हैं। यह पिछले दो महीनों से चल रहा है। हमने जिले के हर प्राधिकरण से मदद मांगी थी, लेकिन कुछ नहीं बदला।
हाल ही में, दिल्ली और बिहार की पुलिस टीमों के साथ बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम करने वाली दिल्ली की एक एनजीओ ने सीवान जिले में दो ऑर्केस्ट्रा संचालकों पर छापा मारा था और 25 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया था। नाबालिग लड़कियों से देह व्यापार का रैकेट चलाने के आरोप में संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद से ऐसी आर्केस्ट्रा पार्टियों को चलाने वाले या इनसे जुड़े लोग स्थानीय पुलिस के रडार पर आ गए हैं।
एक अन्य प्रदर्शनकारी करिश्मा परदेसी ने कहा- हमने पुलिस को अपने साथ जुड़ी लड़कियों के आधार कार्ड की प्रतियां दी हैं। सभी की उम्र 20 वर्ष से अधिक है। कोई नाबालिग नहीं है, लेकिन पुलिस इन काडरें को वैध नहीं बता रही है। हम लड़कियों की उम्र और कैसे साबित करेंगे? ये लड़कियां अपनी मर्जी से हमारे साथ काम करती हैं..हम यहां देह व्यापार का रैकेट नहीं चला रहे हैं।
इस बीच, मुफस्सिल थाने के एसएचओ ने दावा किया कि जिला पुलिस ऑर्केस्ट्रा संचालकों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है क्योंकि उनमें से कुछ नाबालिग लड़कियों का इस्तेमाल कर देह व्यापार में शामिल हैं। उन्होंने कहा, ''छापेमारी और 25 नाबालिग लड़कियों की बरामदगी के बाद हम संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने आर्केस्ट्रा संचालकों के समर्थन में थाने में हंगामा किया।''