जानलेवा हमले के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर इटावा बंद
कोटा। कोटा इटावा नगर में गत दिनों इटावा के पूर्व पालिका उपाध्यक्ष भरत पारेता पर प्राणघातक हमला करने के साजिशकर्ता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सर्वसमाज के आह्वान पर सोमवार को इटावा नगर बंद रहा। आंदोलन करने वालों का आरोप है कि अभी तक मुख्य आरोपी रिंकू सोनी को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। सर्व समाज के लोगों ने सोमवार सुबह से ही सम्पूर्ण इटावा नगर को बन्द करवाया। बंद के दौरान लोग दिनभर चाय पानी को भी तरसते गए। बंद के दौरान मुख्य बाजार में जगह-जगह पर पुलिस के जवान तैनात रहा। दोपहर 3 बजे सर्व समाज के लोगों ने उपखंड अधिकारी कार्यालय पर पहुंच कर एसडीएम नीता वशीठा को ज्ञापन देकर मुख्य आरोपी रिंकू सोनी की गिरफ्तारी की मांग की। आगामी तीन दिवस में आरोपी को गिरफ्तार नहीं तो 22 सितम्बर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर कलाल समाज अध्यक्ष त्रिलोक पारेता, महावीर नागर, राजा पारेता, पूर्व चेयरमैन धर्मेन्द्र आर्य, नेमीचंद नागर, पृथ्वीराज वैष्णव, दीपक पारेता, जितेन्द्र गोतम, गोपाल लाल मीणा, कपिल चौधरी, भगवान दास पारेता नंदबिहारी पारेता, मुकेश पारेता, हेमराज नागर सहित कई लोग उपस्थित रहे। इस दौरान इटावा थानाधिकारी नंद किशोर मय जाप्ता मौजूद रहे।
कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 2 मंजिला भवन की 3 वर्ष पूर्व निर्मित सीढ़ियां सोमवार को अचानक भरभरा कर गिर गई। हादसे में विद्यालय के 13 छात्र-छात्राएं घायल हो गए, जिनमें पांच बच्चों की हालत गंभीर होने पर बूंदी रैफर किया गया। अचानक हुए हादसे से चारों ओर फैली चीख पुकार से सभी सकते में आ गए। स्टाफ के साथ ग्रामीण भी घटना स्थल पर पहुंचे, जिन्होंने घायल बच्चों को संभाला। बच्चों को विद्यालय के अध्यापक व ग्रामीण कस्बे के ही पीएससी चिकित्सालय लेकर आए, जहां उनका उपचार किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि सीढ़ियां गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि आस पड़ोस सहित दूर तक सुनाई दी। विद्यालय में सीढ़ियां गिरने के बाद ऊपरी मंजिल पर फसे बच्चों को ग्रामीणों ने लोहे की वैकल्पिक सीढ़ी का उपयोग कर नीचे उतारा। करीब साढ़े तीन बजे गेण्डोली थानाधिकारी मय जाप्ते मौके पर पहुंचे तथा घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि घटना की पूर्ण रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा। बाद में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेन्द्र व्यास व शिक्षा विभाग के सहायक अभियंता अशोक उपाध्याय घटनास्थल पर पहुंचे व मौका मुआयना किया। वहीं उपखण्ड अधिकारी मालविका त्यागी घटना के छह घंटे बाद स्कूल में मौका मुआयना करने पहुंची।