इरोड पूर्वी उपचुनाव: अन्नाद्रमुक का अभियान द्रमुक सरकार की विफलताओं पर केंद्रित
चेन्नई। इरोड ईस्ट उपचुनाव में 27 फरवरी को करो या मरो की लड़ाई लड़ रही अन्नाद्रमुक मुख्य रूप से द्रमुक सरकार की कथित विफलताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। अन्नाद्रमुक उम्मीदवार और पूर्व मंत्री के.वी. थेनारासु ने कहा कि डीएमके सरकार राज्य में मूल्य वृद्धि को रोकने में विफल रही है और दावा किया है कि जब से सरकार सत्ता में आई है, संपत्ति कर, बिजली की दरों और दूध की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है और इससे लोगों का जीवन दयनीय हो गया है।
एआईएडीएमके नेता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि पार्टी डीएमके सरकार के सभी जनविरोधी कार्यक्रमों को जनता के सामने लाएगी। थेनारासू ने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए एक भी योजना लागू नहीं की है। अन्नाद्रमुक उम्मीदवार के.वी. थेनारासु ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन का यह मानना कि अविश्वसनीय है कि उनके शासन के 21 महीनों में 85 प्रतिशत चुनावी वादे पूरे किए गए हैं।
अन्नाद्रमुक नेता और पूर्व मंत्री सी. विजयभास्कर ने कहा कि द्रमुक सरकार पिछली अन्नाद्रमुक सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को रोकने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को यह साबित करना होगा कि इरोड जिला एआईएडीएमके का किला था। इरोड पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में डेरा डाले हुए अन्नाद्रमुक के नेताओं की टीम सीट जीतने की पूरी कोशिश कर रही है। हालांकि, डीएमके समर्थत कांग्रेस उम्मीदवार को हराना एआईएडीएमके के लिए आसान नहीं है। गौरतलब हो कि 2021 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार ने 8,924 सीटों के अंतर से इस सीट पर जीत दर्ज की थी