पंचायत चुनाव में दोगुनी सीटें पाकर उत्साहित भाजपा लोकसभा में ममता को पछाड़ने की ताक में
नई दिल्ली(आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में हाल ही में आए पंचायत चुनाव के नतीजों ने अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा को संजीवनी देने का काम किया है। इससे पहले 2018 में हुए पिछले पंचायत चुनाव की तुलना में इस बार ग्राम पंचायतों की दोगुनी सीटों पर जीत हासिल करने से उत्साहित भाजपा अब लोकसभा चुनाव में भी ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को पछाड़ने का दावा कर रही है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि पंचायत चुनावों में मिली इस शानदार जीत का संदेश बिल्कुल साफ है कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में भाजपा की पकड़ मजबूत हुई है और अगर यह ट्रेंड बरकरार भी रहा तो भी भाजपा 2024 के चुनाव में टीएमसी को पछाड़ते हुए राज्य की नंबर वन पार्टी बन सकती है। सीटों की अनुमानित संख्या को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य की सभी 42 लोक सभा सीटों पर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी और 22 से 25 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों का जीतना तय है।
उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को पश्चिम बंगाल में लगभग 17 प्रतिशत मतों के साथ सिर्फ दो सीटों पर ही जीत हासिल हो पाई थी, लेकिन महज पांच साल बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा 40.64 प्रतिशत मतों के साथ अपने 18 उम्मीदवारों के लिए लोकसभा सीट हासिल करने में कामयाब रही। भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बावजूद पिछले लोकसभा चुनाव में 43.69 प्रतिशत मत और 22 लोक सभा सांसदों के बल पर ममता बनर्जी की पार्टी 2019 के लोक सभा चुनाव में राज्य की नंबर वन पार्टी बनी हुई थी। ऐसे में भाजपा का 2024 में 22-25 लोकसभा सीटें जीतने का दावा निश्चित तौर पर ममता बनर्जी के लिए खतरे की घंटी है।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के नतीजों से भाजपा कितनी अधिक उत्साहित है, इसका अंदाजा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष सहित पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं के बयानों से लगाया जा सकता है। पंचायत चुनाव के नतीजों से उत्साहित भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने 12 जुलाई को ही ट्वीट कर 24 प्रतिशत वोट शेयर के साथ लगभग 10,100 ग्राम पंचायत वार्ड जीतने के लिए भाजपा की बंगाल टीम को बधाई दी। उन्होंने इस जनादेश के साथ विकास के साथ मिलकर राज्य में लोकतंत्र को उसकी वास्तविक भावना में लाने का दावा भी किया।
पश्चिम बंगाल में भाजपा को भारी बढ़त दिलाकर आज के मुकाम तक पहुंचाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री एवं पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से मुलाकात कर पार्टी के शानदार प्रदर्शन के लिए उनकी पीठ थपथपाई और बधाई भी दी। बताया जा रहा है कि अमित शाह जल्द ही पश्चिम बंगाल का दौरा कर पार्टी नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन करेंगे, रैलियां करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात भी करेंगे। शाह ने शुक्रवार को ही पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के नतीजों पर अपना पहला बयान जारी करते हुए ट्वीट कर कहा कि, पश्चिम बंगाल में खून-खराबा करने वाली हिंसा भी भाजपा को पंचायत चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने से नहीं रोक सकी और पिछले चुनाव की तुलना में भाजपा की सीटों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है, यह दिखाता है कि भाजपा के प्रति बंगाल की जनता का विश्वास बढ़ रहा है। शाह ने आगामी लोक सभा चुनाव में पार्टी की बड़ी जीत होने का दावा करते हुए यह भी कहा कि पंचायत चुनाव के नतीजों से यह पता चलता है कि लोगों का स्नेह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के साथ है, और निश्चित रूप से यह पार्टी को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जबरदस्त ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
भाजपा को अपने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर भी राज्य में ज्यादा लोक सभा सीटें जीतने का भरोसा है। भाजपा को वर्ष 2016 में हुए पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में 10 प्रतिशत मतों के साथ सिर्फ तीन सीट पर ही जीत हासिल हुई थी। वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में 37.97 प्रतिशत मतों के साथ भाजपा के विधायकों की संख्या उछलकर 77 पर पहुंच गई। लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डाले तो 2019 में तृणमूल कांग्रेस से कई सीटें छीनते हुए भाजपा अपने 18 उम्मीदवारों को जीताकर लोक सभा लाने में कामयाब रही। 2019 में तृणमूल कांग्रेस के खाते में लोक सभा की 22 सीटें आईं थी जबकि इससे पहले 2014 में हुए लोक सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 34 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और भाजपा के खाते में सिर्फ दो ही सीटें आईं थी। भाजपा दो से 18 लोकसभा सीटों तक पहुंच चुके अपने सफर को 2024 में 22 से 25 सीटों तक पहुंचाकर राज्य की नंबर वन पार्टी बनना चाहती है।