वार्ता में सहमति के बाद इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों के आज काम पर लौटने की उम्मीद
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले के 4.50 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है कि जोधपुर डिस्कॉम के 53 इंजीनियरों और 600 से ज्यादा तकनीकी कर्मचारियों के शनिवार से काम पर लौटने की संभावना है. पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर चल रहे जूनियर इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार की देर रात राज्य सरकार के साथ समझौते के बाद खत्म हो गई है. सीएमआर अधिकारियों से 10 दिनों में वेतन विसंगति दूर करने का आदेश जारी करने का आश्वासन मिलने के बाद इंजीनियरों और कर्मचारियों ने काम पर लौटने की घोषणा की है. वार्ता में पावर इंजीनियर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत कुमार, महासचिव राहुल वर्मा आदि मौजूद रहे. हालांकि, वार्ता में सहमति बनने और हड़ताल समाप्ति की घोषणा के संबंध में जोधपुर डिस्कॉम के श्रीगंगानगर एसई एलएस मान को देर रात तक कोई सूचना नहीं मिली थी। एसई एलएस मान के अनुसार 33 जेईएन के बाद 15 एईएन और 5 एक्सईएन के हड़ताल पर चले जाने से शुक्रवार को शहर में बिजली आपूर्ति बनाए रखने की जिम्मेदारी एफआरटी टीमों पर आ गई है।
हालांकि शहर में निगम के 25 कर्मचारी भी उनका साथ दे रहे हैं, जिससे शुक्रवार को स्थिति नियंत्रण में रही. उन्होंने बताया कि निगम के जीएसएस पर उपभोक्ताओं की शिकायतें केवल अधिकारी कर्मचारी ही दूरभाष पर दर्ज कर रहे हैं। मौसम अनुकूल होने के कारण शुक्रवार को एलटी लाइनों में फाल्ट की शिकायतें भी काफी कम रहीं। जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के जेईएन व तकनीकी कर्मचारियों की पिछले पांच दिनों से चल रही हड़ताल के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने, नए कनेक्शन जारी करने, मीटर रीडिंग, बकाया वसूली संबंधी शिकायतों से संबंधित सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। शुक्रवार से एईएन और एक्सईएन के भी हड़ताल पर चले जाने से ये काम पूरी तरह से ठप हो गए। इससे जिले की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली लाइनों में आ रहे फाल्ट को दूर करने में एफआरटी टीमों को काफी समय लग रहा है। ऐसे में लोगों को गर्मी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अब शनिवार से तकनीकी कर्मियों के काम पर आने से सभी को राहत मिलेगी।