रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा में ट्रांसफार्मर लगाने के लिए बिजली कंपनी टीम के साथ पहुंची थी. आरोप है कि सेना से रिटायर्ड कमांडो ने अपने साथियों के साथ बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर गगनेश अकौड़िया को बंधक बना लिया और मारपीट की. जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बंधक बनाए गए जूनियर इंजीनियर को मुक्त कराया. मारपीट के आरोपी अरुण गौतम सहित अन्य को हिरासत में ले लिया गया.
इस घटना को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए बिजली कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी आक्रोशित हो गए. कर्मचारियों ने त्यौथर सब डिवीजन से होने वाले सप्लाई को बंद कर दिया, इससे त्योंथर, चाकघाट सहित कई गांव अंधेरे में डूब गए.
दरअसल, चिल्ला गांव में जिस स्थान पर बिजली कंपनी ट्रांसफार्मर लगाने गई थी, उसका कमांडो अरुण गौतम विरोध कर रहे थे. आरोप है कि अरुण दूसरे स्थान पर ट्रांसफार्मर लगाने के लिए जूनियर इंजीनियर पर दबाव बना रहे थे. इस दौरान कहासुनी हो गई और विवाद बढ़ गया. अरुण गौतम अपने दर्जनों साथियों सहित जूनियर इंजीनियर को कमरे में बंद कर दिया और मारपीट की. पुलिस ने मौके से ही आरोपी अरुण सहित दो आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है.
इसके बावजूद बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर पूरे इलाके को ब्लैकआउट कर दिया है. बिजली बंद होने से आमजन काफी परेशान हैं.
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सुनील कुमार यादव ने बताया कि कंपनी ट्रांसफार्मर लगाने गई थी, जिसका विरोध रिटायर्ड कमांडो अरुण कर रहे थे. उन्होंने अपने साथियों के साथ जूनियर इंजीनियर को बंधक बनाकर मारपीट की. इसलिए सभी आक्रोशित हैं. एसडीओपी समरजीत सिंह ने कहा कि बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर को बंधक बनाया गया था, उन्हें मुक्त कराकर 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर गया है. जांच की जा रही है.