अलवर। अलवर वन विभाग की लापरवाही के चलते सुगन होदी क्षेत्र में वन भूमि को समतल कर ग्रामीणों ने अतिक्रमण कर लिया। स्थानीय स्तर पर कार्रवाई नहीं होने पर मुंशी बाजार निवासी राहुल हल्दिया ने राज्य के एपीसीसीएफ (वन सुरक्षा) केसी मीना को पत्र भेजकर अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पत्र में लिखा है कि वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण से पारिस्थितिकी तंत्र तो प्रभावित होगा ही साथ ही क्षेत्र में विचरण करने वाले छह बाघों सहित वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। इस संबंध में सरिस्का के डीएफओ डीपी जागावत को पत्र तथा व्हाट्सएप के माध्यम से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
25 अगस्त 2023 जागावत ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस जाप्ता मांगा गया है। इससे पहले जुलाई 2020 में एक वन रक्षक ने कई शिकारियों को मृत जानवरों से भरे बैग छिपाते हुए पकड़ा था। वन रक्षक की सहायता कर रहे उनके राजमिस्त्री की शिकारियों से झड़प हो गई। इसमें उसे गंभीर चोटें आई। घटना की एफआईआर दर्ज की गई थी लेकिन अब तक कोई अपडेट नहीं मिला है। क्षेत्र में अनाधिकृत संरचनाओं के निर्माण, पेड़ों की अवैध कटाई के मामले सामने आते रहे हैं। सुगन होदी और सिलिज्ड झील के बीच स्थित जमीन पर अगस्त 2023 में जेसीबी और ट्रैक्टरों द्वारा समतल कर दिया गया। अब इन क्षेत्रों में फसल उगाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में वन्यजीवों व बाघों की सुरक्षा के लिए जल्द कार्रवाई की जाए। नियमित गश्त रोकने के लिए सुगन होदी से सटी एक पक्की सड़क को भी तोड़ दिया गया है।