नई दिल्ली (आईएएनएस)| केंद्रीय बिजली प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार 2022-23 में बिजली की खपत 9.5 प्रतिशत बढ़कर 1,503.65 बिलियन यूनिट हो गई। 2021-22 में बिजली की खपत 1,374.02 यूनिट थी। 2022-23 में चरम बिजली की मांग भी बढ़कर 207.23 गीगावॉट हो गई, जो 2021-22 में दर्ज 200.53 गीगावॉट से अधिक है।
2023-24 में बिजली की खपत और मांग में और वृद्धि होने की उम्मीद है, क्योंकि बिजली मंत्रालय के अनुमान के अनुसार गर्मी के में बिजली की अधिकतम मांग 229 गीगावॉट तक पहुंचने की संभावना है।
केंद्र सरकार ने बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए आयातित कोयले से चलने वाले संयंत्रों को पूरी क्षमता से चलाने को कहा है।
घरेलू कोयले पर चलने वाले बिजली संयंत्रों को भी मांग में अपेक्षित वृद्धि को पूरा करने के लिए ब्लेंडिंग के लिए सूखा ईंधन आयात करने के लिए कहा गया है।