नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से उनकी बात नहीं बननी को लेकर खुलकर बात की। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बहुत बड़े आदमी हैं और मैं बहुत ही साधारण परिवार का बेटा हूं। अगर वो कहेंगे कि मुझसे बात करनी है तो मैं करूंगा और अगर वो मुझसे नहीं मिलना चाहेंगे तो मैं उनसे नहीं मिल सकता। पीके ने कांग्रेस पार्टी के बारे में कहा कि वो देश की बहुत बड़ी पार्टी है उनके यहां संविधान से काम होता है। पीके ने इस पर भी खुलकर बात कि उनकी कांग्रेस पार्टी में कहां बात नहीं बन पाई..
मिशन बिहार की घोषणा कर चुके प्रशांत किशोर ने ऐलान किया है कि वो अक्टूबर महीने में बिहार में 3000 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे। जहां उनका फोकस लगभग हर गांव और कस्बे में जाने पर होगा। हालांकि बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने की बात से इनकार करते हुए पीके बोलते हैं कि अभी चुनाव कहीं दूर दूर तक नहीं तो मकसद सिर्फ जनता की आवाज को सुनना है।
एनडीटीवी से बातचीत में पीके ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के कार्यकाल का जिक्र किया। कहा कि लालू जी के समय में निचले वर्ग के उत्थान पर जोर मिला तो नीतीश जी सरकार में उद्योगों को बढ़ावा दिया गया, फिर भी आज बिहार देश के सबसे गरीब राज्यों में से एक है। इसलिए उनका मकसद लोगों से मिलना है। आम लोगों से बातचीत करके बिहार के उत्थान की रूपरेखा तैयार की जाए।
पर्दे के पीछे से काम करने वाले पीके अब फ्रंटफुट पर काम करने को तैयार हैं। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले उनका यह कहना कि वे अपना अलग करने के मूड में है। इससे संकेत मिलता है कि वो अलग पार्टी बनाने जा रहे हैं। उन्होंने बातों ही बातों में यह कहा कि बिहार में पैदल यात्रा से पहले यह बात (अपनी पार्टी) भी साफ हो जाएगी।
कांग्रेस पार्टी से बात नहीं बनने को लेकर पीके ने कहा कि मीडिया में जो बातें चल रही थी कि मैं ही पूरे फैसले लेने का इच्छुक था वो गलत हैं। मैंने कभी नहीं कहा कि वो ही सब फैसले लेंगे। लेकिन मैं पार्टी में ऐसी जिम्मेदारी चाहता था जिसमें अलग विंग हो। लेकिन कांग्रेस पार्टी देश की बड़ी पार्टी है। वहां संविधान से काम होता है। वहां लंबे समय तक इस बात की संभावना नहीं है कि वो पार्टी के अंदर ही अलग विंग बनाकर काम कर सके। इसलिए मैंने खुद ही अपने पैर पीछे ले लिए।
राहुल गांधी को लेकर पीके ने कहा कि वो बड़े आदमी हैं और मैं एक साधारण परिवार का बेटा हूं। उनसे मुझे कोई परेशानी नहीं हो सकती। उन्होंने मुझसे कहा कि बात करनी है तो मैंने उनके पास जाकर बात की। अब वो अगर कहते हैं कि वो मुझसे बात नहीं करेंगे तो मैं उनसे नहीं मिल सकता। वहीं, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी पीके से बातचीत को लेकर संशय में थे और उन्हें पहले दिन से पता था कि प्रशांत किशोर पार्टी में शामिल नहीं होंगे।