Election Results 2021: बंगाल समेत 5 राज्यों के नतीजे आज, 8 बजे शुरू होगी काउंटिंग
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित किए जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल, असम, पुडुचेरी, तमिलनाडु और केरल में कोरोना संकट काल के बीच विधानसभा चुनाव संपन्न हुए. अब हर किसी की नज़र नतीजों पर टिकी हैं, खास बात ये है कि इनमें से कोई भी राज्य हिन्दीभाषी नहीं है. ऐसे में आज के दिन किसकी किस्मत चमकती है और कौन सत्ता पाता है, इसपर हर किसी की नज़रें टिकी हैं.
कैसी है वोटों की गिनती की तैयारी?
इन सभी राज्यों की कुल 822 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान के बाद इसकी गणना रविवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इस दौरान कोरोना के सभी नियमों का कड़ाई से पालन करने के सख्त आदेश भी दिए जा चुके हैं. जानकारी के मुताबिक पांचों राज्यों के कुल 2,364 केंद्रों में काउंटिंग होगी. जिसमें बंगाल में 1113, केरल में 633, असम में 331, तमिलनाडु में 256 और पुडुचेरी में 31 केंद्र बनाए गए हैं.
बताया जा रहा है कि कोरोना के दिशानिर्देशों के अनुसार कोई भी उम्मीदवार या उसका एजेंट बिना कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाए काउंटिंग रूम में प्रवेश नहीं कर सकेगा. ऐसे में साफ जाहिर है कि जहां भी मतगणना केंद्र बनाए गए हैं वहां किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के साथ साथ कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराना भी प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनी हुई है.
Exit Poll में किसने मारी थी बाजी
हाल ही में सामने आए एग्जिट पोल्स पर अगर नजर डालें तो बंगाल में ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है तो वहीं केरल में एलडीएफ की सरकार बनती नजर आ रही हैं. इसके अलावा असम में एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को बढ़त है तो वहीं तमिलनाडु में डीएमके को बहुमत मिलता नजर आ रहा है. हालांकि असली तस्वीर मतगणना के बाद ही साफ हो सकेगी.
वहीं इस चुनाव में सबसे ज्यादा अगर किसी राज्य पर लोगों की नजर टिकी है तो वो है पश्चिम बंगाल. प्रचार से लेकर मतदान तक यहां पर ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. एग्जिट पोल के मुताबिक भी यहां टीएमसी और बीजेपी के बीच करीबी लड़ाई देखने को मिली.
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई 2021 को पूरा हो रहा है. ऐसे में 30 मई से पहले हर हाल में विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है. पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं. पिछले 10 साल से ममता बनर्जी यहां मुख्यमंत्री हैं. हालांकि इस बार बीजेपी ने यहां बहुत जोर लगाया है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ममता अपना किला बचा पाती है या नहीं.