नई दिल्ली। कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है। बीजेपी ने कर्नाटक के कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है।
लिए कांग्रेस पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया और उसमे पीएफआई की तुलना बजरंग दल से कर दी। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया कि सरकार बनने पर वह बजरंग दल पर पाबंदी लगाएगी। इसी मुद्दे को बीजेपी ने लपक लिया और अब कर्नाटक की राजनीति बजरंगबली पर केंद्रित होती जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी भी अपने कई जनसभाओं की शुरुआत बजरंग बली के नारों से कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी मंदिर का मुद्दा उठाकर भाजपा को जवाब देने का फैसला किया है। कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने चामुंडेश्वरी मंदिर का दौरा किया। इसके बाद बजरंग दल से जुड़े विवाद पर उन्होंने कहा, “सत्ता में आने पर हम पूरे राज्य में हर हनुमान मंदिर बनाएंगे। इसको लेकर कैसा काम चल रहा है, इस पर एक स्पेशल बोर्ड भी गठित किया जाएगा। साथ ही भगवान हनुमान के सिद्धांतों को युवाओं तक पहुंचाने के लिए स्पेशल प्रोग्राम भी करेंगे।”
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने अंजनेय मंदिर का भी मुद्दा उठाया है। डीके शिवकुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा तो वह पूरे कर्नाटक में अंजनेय स्वामी मंदिरों का पुनर्विकास करेगी। डीके शिवकुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “कर्नाटक चुनाव जीतने के बाद राज्य के सभी ऐतिहासिक अंजनेय स्वामी मंदिरों के पुनर्विकास के लिए सरकार एक विशेष कार्यक्रम लाएगी। इसके अलावा अंजनाद्री विकास बोर्ड की स्थापना की जाएगी।” कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है। इस पर बीजेपी सवाल उठा रही है। वहीं इसके संबंध में सवाल पूछे जाने पर डीके शिवकुमार ने कहा, “भाजपा वाले बजरंग दल को मुद्दा बना रहे हैं लेकिन इससे पार्टी को कोई समस्या नहीं है और कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा। अंजनेय मंदिर और बजरंगबली की तुलना कभी भी बजरंग दल से नहीं की जा सकती। बजरंग दल एक राजनीतिक दल है जो बीजेपी को लाभ देने के लिए उपद्रव का काम करता है।”