कोरोना वैक्सीन की 12 डोज लेने वाले बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल को मिली जमानत, जान देने की दी थी धमकी
मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा में लगातार अलग-अलग जगहों पर 12 बार कोरोना वैक्सीन डोज लेने वाले 84 वर्षीय बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल को बेल मिल गई है. सीआरपीसी की धारा 41 के तहत ब्रम्हदेव मंडल को पूरैनी थाना से बेल मिली है. लेकिन थाने में हुए इकरारनामे के तहत जब भी उन्हें थाना बुलाया जाएगा आना पड़ेगा.
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर ब्रम्हदेव मंडल के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई थी. FIR के बाद से बुजुर्ग की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस तलाश में जुटी थी. पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए कई बार उनके घर पर भी दबिश दी थी.
वहीं, इस मामले को लेकर खूब राजनीति भी खूब हुई. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के स्थानीय विधायक डॉ. चंद्रशेखर और जन अधिकार पार्टी (JAP) सुप्रीमो पप्पु यादव ब्रम्हदेव मंडल के बचाव में उतर आये. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी सिस्टम की गड़बडी को छिपाना चाहती थी. इसलिए उन्होंने बुजुर्ग को गिरफ्तार करवाने के लिए पुलिस उनके पीछे लगा दी.
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा था कि इनकी गड़बड़ी के बगैर कैसे कोई 12 डोज वैक्सीन लगवा सकता है? उन्होंने तत्काल ब्रम्हदेव मंडल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग भी की थी.
'नहीं किया कोई अपराध'
बता दें, 8 जनवरी को धारा 419/420 और 188 के तहत ब्रह्मदेव मंडल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस घटना के बाद ब्रह्मदेव मंडल फरार चल रहे थे. बेल मिलने के बाद बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल ने कहा कि उन्होंने 12 बार वैक्सीन लगवाकर लेकर कोई अपराध नहीं किया है.
बूस्टर डोज भी लगवाएंगे ब्रह्मदेव
उन्होंने बताया कि पहली बार वैक्सीन लगवाने पर उनको डर भी लगा था. लेकिन जब वैक्सीन के बाद उनके शरीर में पहले से रहे कुछ दर्द खत्म हो गए, तो उन्होंने एक और वैक्सीन लगवा ली. फिर इसी तरह से उन्होंने 12 बार टीका लगवा लिया. बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल ने बताया कि उन्हें पहले चलने-फिरने में काफी दिक्कत होती थी. लेकिन वैक्सीन लगवाने के बाद वो सारी दिक्कतें गायब हो गईं. और अब वह आराम से चल-फिर सकते हैं. साथ ही खाने-पीने में भी उन्हें कोई परेशानी नहीं आती. उन्होंने कहा कि अगर अब बूस्टर डोज लेने से उनके शरीर को राहत मिलती है तो वो दोबारा भी बूस्टर डोज लेंगे.