मुंबई: महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे की तबीयत बिगड़ गई है. इसके बाद उनके घर पर डॉक्टरों की टीम बुलाई गई है. जानकारी के मुताबिक सतारा के दरे स्थित अपने निवास पर ठहरे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बुखार है. सतारा से डॉक्टरों की एक टीम उनके आवास पर पहुंच गई है और उनका इलाज कर रही है. सतारा में उनका पैृतक आवास है, जहां वह रह रहे हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री शुक्रवार से सर्दी और वायरल बुखार से पीड़ित हैं. सुबह से ही उनकी तबीयत ठीक नहीं है. वह पिछले एक महीने से राज्य के चुनावी दौरे पर थे और पिछले कुछ दिनों से सैकड़ों बैठकें करने के कारण उन्हें बुखार और सर्दी जैसे वायरल संक्रमण से जूझना पड़ रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आराम करने के लिए गांव गए हुए हैं. उन्हें फिलहाल बुखार है और उनका इलाज शुरू कर दिया गया है.
एकनाथ शिंदे दिल्ली में अमित शाह संग महायुति की बैठक में शामिल होने के बाद सीधे सतारा स्थित अपने पैतृक आवास पर चले गए थे. उन्होंने मुंबई में महायुति की बैठक रद्द कर दी गई थी. इसके बाद ऐसी अटकलें थीं कि वह गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर बने गतिरोध से नाराज हैं. हालांकि, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इन दावों को खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि पार्टी प्रमुख अस्वस्थ महसूस कर रहे थे, इसलिए अपने गांव गए हैं.
आ गई शपथग्रहण की तारीख
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री कौन सा चेहरा होगा, इस पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है लेकिन मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख सामने आ गई है. भाजपा सूत्रों के मुताबिक, 2 दिसंबर को भाजपा विधायकों की बैठक होगी, जिसमें विधायक अपने दल के नेता का चुनाव करेंगे.
इसके बाद 5 दिसंबर को दोपहर करीब 1 बजे मुंबई के आजाद मैदान में मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा. समारोह में पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम मुख्यमंत्रियों और अन्य दिग्गजों के जुटने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि किसको किसको क्या मंत्रालय मिलेगा ये तो तीनों पार्टियों के नेता तय करेंगे और आगे का फॉर्मूला भी तीनों दलों के नेता तय करेंगे.
सरकार के गठन को लेकर महायुति में चल रही माथापच्ची के बीच एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की पहली डिमांड सामने आई है. पार्टी ने गृह मंत्रालय की मांग की है. शिंदे सेना के नेता संजय शिरसाट का कहना है कि महाराष्ट्र की नई सरकार में शिवसेना को गृह विभाग मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि गृह विभाग (आमतौर पर) उपमुख्यमंत्री के पास होता है.
वहीं महायुति CM पद को लेकर अभीतक फैसला नहीं ले पा रही है. माना जा रहा है कि बीजेपी हाईकमान जातीय समीकरण से लेकर एनडीए के सहयोगी दलों को भरोसे में लेकर निर्णय लेना चाहता है. यही वजह है कि पिछले कुछ दिन से मुंबई से लेकर दिल्ली तक बैठकें चल रही हैं.
आपको बता दें कि 288 सदस्यों की महाराष्ट्र विधानसभा में महायुति ने 233 सीटों पर जीत हासिल की है जिसमें बीजेपी की 132, शिंदे शिवसेना की 57 और एनसीपी की 41 सीटें शामिल हैं. . बीजेपी ने इस बार चुनाव में 149 उम्मीदवार उतारे थे. जबकि शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 59 प्रत्याशियों को टिकट दिया था.
वहीं विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाडी महज 49 सीटें हासिल कर पाई जिसमें सबसे ज्यादा उद्धव ठाकरे की शिवसेना (20 सीट) हासिल की थी. इसके अलावा कांग्रेस 16 और शरद पवार की एनसीपी 10 सीट जीत पाई थी.