आठ बसें, 17 गाड़ियां तोड़ीं...किसानों की ट्रैक्टर परेड हिंसा के बाद सात FIR दर्ज
कृषि कानून के विरोध में गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाली.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: कृषि कानून के विरोध में गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाली. शांति पूर्ण परेड निकालने का दावा था, लेकिन इस परेड से दिल्ली में बवाल मच गया. कई स्थानों पर पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़पें हुईं. आंदोलनकारियों ने इस दौरान पब्लिक प्रोपर्टी को भी निशाना बनाया.
प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों ने डीटीसी की 8 बसों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. इन बसों में ट्रैक्टर से टक्कर मारी गईं. बसों के शीशे भी तोड़ दिये गये. इतना हीं नहीं इस प्रदर्शन के दौरान 17 ऐसे वाहनों को भी निशाना बनया गया, जो आम नागरिकों के थे. इसके अलावा चार कंटेनर भी तोड़ दिये गये. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए रोड पर लगाये गये लोहे के करीब 300 बैरिकेड्स को भी तोड़ दिए गये.
दिल्ली में मचे इस बवाल और संपत्ति को क्षति पहुंचाने के मामले में ईस्टर्न रेंज पुलिस द्वारा चार एफआईआर दर्ज की गई हैं. पांडव नगर थाने में एक, गाजीपुर थाने में दो और सीमापुरी थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई है. इसके अलावा तीन अन्य एफआईआर द्वारका बाबा हरिदास नगर थाना, नजफगढ़ थाना और एक एफआईआर उत्तम नगर थाने में दर्ज की गई है.सूचना ये है कि सेंट्रल और नॉर्थ दिल्ली जिस एरिया में लाल किला है, वहां भी एक एफआईआर दर्ज की जा रही है.
बता दें कि किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान कई जगह पुलिस और किसानों के बीच टकराव हुआ. दिल्ली पुलिस ने कुछ अहम शर्तों के साथ किसानों को ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन मंगलवार की सुबह जब किसान ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे, तो सारे नियम टूटते नजर आये. बैरिकेडिंग तोड़ते हुए प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया. वहीं इस मामले में गृह मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए दिल्ली में जहां आज बवाल हुआ, वहां अतरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के निर्देश जारी कर दिये हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था कायम रखना प्राथमिकता है.