रांची (आईएएनएस)| बिहार के बालू घोटाले को लेकर झारखंड में नौ ठिकानों पर ईडी की छापेमारी मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है। इस दौरान करीब डेढ़ करोड़ रुपए सहित रियल स्टेट में करोड़ों रुपए के इनवेस्टमेंट से संबंधित दस्तावेज ईडी को मिले हैं। पटना से आई ईडी की अलग-अलग टीमों ने सोमवार सुबह से ही धनबाद और हजारीबाग में एक साथ छापेमारी शुरू की थी। ईडी की इस कार्रवाई की जद में जो लोग आए हैं, उनमें मणिपुर काडर के एक आईपीएस के भाई और झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव संजय सिंह, धनबाद में ब्राडशन कमोडिटी प्राइवेट लिमिटैड व मोर मुकुट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पुंज सिंह, कंपनी के पार्टनर सुरेंद्र जिंदल, जगनारायण सिंह और मिथिलेश सिंह, बिल्डर रितेश कुमार शर्मा शामिल हैं।
इनके झारखंड स्थित ठिकानों के अलावा पटना, आरा, डेहरी, औरंगाबाद सहित कोलकाता में कुल 24 जगहों पर छापेमारी चल रही है। ईडी की छापेमारी जहां भी चल रही है, उन सभी का संबंध ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड से है। यह वही कंपनी है जिसने बिहार के पांच जिलों (पटना, भोजपुर, रोहतास, छपरा, औरंगाबाद) में बालू उठाव का काम लिया था। इस कंपनी का संचालन डॉ अशोक कुमार, जगनारायण सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, अशोक जिंदल और पुंज कुमार सिंह करते थे। ये सभी कंपनी के पार्टनर थे।
बताया जा रहा है कि बिहार में 1000 करोड़ से अधिक के अवैध बालू का खनन कर खुले बाजार में बेचा गया है।