ED ने बर्खास्त नेता जफर सादिक पर किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज

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Update: 2024-03-10 13:11 GMT
चेन्नई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 2,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स की तस्करी के मामले में डीएमके के पूर्व पदाधिकारी जाफर सादिक को गिरफ्तार किया है. एनसीबी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसने ड्रग माफिया को पकड़ लिया है. सत्तारूढ़ द्रमुक के एनआरआई सेल के पूर्व पदाधिकारी सादिक ने फिल्मों का निर्माण भी किया है. एक सप्ताह पहले एनसीबी ने उसके कुछ सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. इस रैकेट का भंडाफोड़ तब हुआ, जब न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने भारतीय एजेंसियों को सूचित किया कि खाद्य उत्पादों में छिपाकर उनके देशों में ड्रग की तस्करी की जा रही है. इसके पहले अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट के साथ संबंधों की खबरों के बीच सादिक को डीएमके से बर्खास्त कर दिया गया था।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने दो हजार करोड़ से अधिक के अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी रैकेट की जांच के सिलसिले में शनिवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के पूर्व पदाधिकारी जाफर सादिक को गिरफ्तार किया। सूत्रों ने बताया कि ईडी जल्द ही एनसीबी के इस मामले का संज्ञान लेकर रैकेट की जांच के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करेगी। एनसीबी के उपमहानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि 36 वर्षीय सादिक को खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। वह भारत से ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और मलेशिया में फैले अंतरराष्ट्रीय 'स्यूडोएफेड्राइन' तस्करी रैकेट का 'मास्टरमाइंड और सरगना' है। एनसीबी अधिकारियों के अनुसार, सादिक को मादक पदार्थों की तस्करी से प्रति किलोग्राम एक लाख रुपये 'कट' (कमीशन) मिलता था। उसने ड्रग्स तस्करी से अर्जित धन को फिल्म निर्माण, रियल एस्टेट सहित अन्य कारोबार में लगाया। उसने चेन्नई में एक होटल भी बनाया। जब ज्ञानेश्वर सिंह से पूछा गया कि क्या कोई राजनेता एजेंसी की जांच के दायरे में है, तो उन्होंने कहा कि हम इस मामले की गहनता से जांच करेंगे। इस बीच सूत्रों ने बताया कि इस मामले में एक हाई-प्रोफाइल द्रमुक नेता को जल्द ही पूछताछ के लिए एनसीबी द्वारा बुलाया जा सकता है। सादिक तमिल और हिंदी फिल्म उद्योग से जुड़ा रहा है। इसे लेकर भी जांच चल रही है। 'राजनीतिक फंडिंग' के कुछ मामले भी जांच के दायरे में हैं।
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