नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब घोटाले के मामले में समन जारी किया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं.
मनीष सिसोदिया ने पूछा है कि दिल्ली सरकार की शराब नीति से हमारे एमसीडी चुनाव प्रभारी का क्या लेना-देना है. सिसोदिया ने ट्वीट किया, "आज ED ने "AAP" के MCD के चुनाव इंचार्ज दुर्गेश पाठक को समन किया है. दिल्ली सरकार की शराब नीति से हमारे MCD चुनाव इंचार्ज का क्या लेना देना? इनका टार्गेट शराब नीति है या MCD चुनाव?"
ईडी ने दिल्ली शराब घोटाले में जिस दिन मनीष सिसोदिया समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी, उसी दिन दुर्गेश पाठक का फोन जब्त कर लिया गया था. दरअसल मुंबई में विजय नायर के आवास पर तलाशी के लिए जब ईडी के अधिकारी पहुंचे तो उन्होंने पाया कि दुर्गेश पाठक भी विजय नायर के आवास के अंदर थे. बीते 6 सितंबर को भी ईडी ने दिल्ली, यूपी, पंजाब सहित कई राज्यों में शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. ये कार्रवाई गुरुग्राम, लखनऊ, हैदराबाद, मुंबई, बेंगलुरु सहित करीब 35 ठिकानों पर की गई थी.
दिल्ली में शराब घोटाले को लेकर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सीबीआई जांच के साथ-साथ बीजेपी भी लगातार डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का घेराव कर रही है. इसी कड़ी में बीजेपी नेताओं ने मनीष सिसोदिया के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था. साथ ही उनके इस्तीफे की मांग की थी.
बता दें कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार नई शराब नीति लेकर आई थी. इस नीति के आने के बाद दिल्ली के शराब कारोबारी ग्राहकों को डिस्काउंटेड रेट पर शराब बेच रहे थे. कई जगहों पर एक बोतल खरीदने पर दूसरी मुफ्त दी जा रही थी. आबकारी नीति 2021-22 के चलते एक समय ऐसा भी आया था, जब दिल्ली में शराब दुकानों की संख्या करीब 650 पहुंच गई थी.
जांच एजेंसी ने नई शराब नीति में घोटाला होने का दावा किया था, जिसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. इसके बाद दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को वापस ले लिया था. राज्य में एक सितंबर से पुरानी शराब नीति दोबारा लागू कर दी गई है. नई नीति लागू होने से पहले ही कई लाइसेंस धारकों ने अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए थे.
शराब घोटाले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. उन्हें इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है. सीबीआई ने शराब घोटाला मामले में उनसे लंबी पूछताछ भी की थी. सीबीआई की टीम ने डिप्टी सीएम के घर से सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी बरामद किए थे.