दिल्ली में बारिश के कारण सड़कों पर रोजाना 300 नए गड्‌ढे सामने आये

Update: 2023-07-30 08:52 GMT

दिल्ली न्यूज़: दिल्ली में बारिश के चलते इन दिनों दिल्ली सरकार की सड़कों पर रोजाना 200-300 नए गड्‌ढे सामने आ रहे हैं। सरकार ने क्षतिग्रस्त सड़कों पर लोगों को आ रही परेशानी को गंभीरता से लिया है। ऐसे में सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने और टूटी सड़कों की मरम्मत के लिए अभियान शुरू किया है। पीडब्ल्यूडी द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों के अनुसार लोगों की परेशानी को देखते हुए सड़कों की मरम्मत के लिए 100 से ज्यादा मेंटिनेंस वैन तैनात किए गए हैं, ताकि हर क्षेत्र पर बराबर ध्यान दिया जा सके। सभी गड्ढों को भरने और टूटी सड़कों के मरम्मत का काम समय से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस कदम से सड़कों की स्थिति में सुधार होगा, जो बरसात के मौसम में जलभराव और भारी बारिश के कारण खराब हो जाती हैं। अधिकारियों को सड़कों के गुणवत्ता मानकों को ध्यान में रखते हुए तेजी के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली में सड़कों की कुल लंबाई 4000 किलोमीटर है, जिसमें से 1260 किलोमीटर सड़कें सरकार के पीडब्ल्यूडी के दायरे में आती हैं। हाल में, पीडब्ल्यूडी ने सड़कों का सर्वेक्षण किया था, जिसमें कई गड्ढों और टूटी सड़कों की मरम्मत स्थलों की पहचान की गई थी। अभियान में पीडब्ल्यूडी सड़कों की मौजूदा स्थिति की जांच भी की जा रही और साथ ही गड्ढों की मरम्मत भी हो रही। सड़कों की स्थिति की जांच के लिए अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण किया जाएगा। सरकार के इस कदम से दिल्ली की सड़कों की मरम्मत सुनिश्चित होने के साथ जलजमाव की समस्या को कम करने में भी मदद मिलेगी।

इंजीनियरों की छुट्टियां रद्द

मानसून के दाैरान जलभराव को लेकर हाेने वाली विभाग की किरकिरी को देखते हुए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने अपने अभियंताओं और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। विभाग ने अधिकारियों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं या अभूतपूर्व स्थिति को छोड़कर पहले से ही छुट्टी पर चल रहे अभियंताओं व कर्मचारियों को वापस बुलाने और स्वीकृत छुट्टियां रद्द करने के लिए भी कहा है। पिछले कुछ दिनों से कई जगहों पर जलभराव के कारण यातायात जाम की भारी समस्या देखी गई है। बरसाती पानी की समय पर निकासी नहीं होने से विभाग की किरकिरी भी हो रही है। विभाग के एक वरिष्ठ अभियंता का कहना है कि मानसून के दौरान होेने वाले जलभराव को लेकर उन पर दबाव अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में सभी अभियंताओं का ड्यूटी पर रहना जरूरी है।

रोजाना ऐसे मिल रहे गड्‌ढे

तारीख गड्ढों की संख्या कितने भरे गए

23 जुलाई 305 276

24 जुलाई 275 254

25 जुलाई 286 260

27 जुलाई 208 190

यहां सड़कों की सबसे खराब दशा

मध्य और नई दिल्ली रोड, साउथ-ईस्ट रोड,ईस्ट रोड,वेस्ट रोड,नाॅर्थ-ईस्ट रोड व साउथ रोड आदि। आली गांव,बदरपुर फ्लाइओवर,जैतपुर मोड़ के पास सड़क काफी टूटी है। वहीं एमबी रोड पर संगम विहार के सामने,देवली के सामने सड़क टूटी है। आउटर रिंग रोड पर नेहरू प्लेस फ्लाइओवर के नीचे,गुरु रविदास मार्ग पर मच्छी मार्केट व कालका पब्लिक स्कूल रोड की हालत खराब है। नजफगढ़ रोड, नवादा मेट्रो स्टेशन से लेकर उत्तम नगर पश्चिम मेट्रो स्टेशन तक,सागरपुर,डाबड़ी-द्वारका रोड,द्वारका की सर्विस लेन,राजा गार्डन मेट्रो स्टेशन से निगम कार्यालय तक की सड़क की हालत अधिक खराब है। यमुनापार में मुख्य रूप से गांधी नगर,ब्रह्मपुरी रोड,करावल नगर रोड, आनंद विहार रोड,मौजपुर रोड,वजीराबाद रोड,आनंद विहार बस अड्डा रोड,गाजीपुर पेपर मार्केट रोड,कैलाश नगर,शाहदरा जीटी रोड व मंडोली जेल रोड की हालत खराब है।

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