हार की डर से बाबरी मस्जिद का डर दिखाकर ओवैसी वोट मांग रहे
पहले UCC-NRC और संविधान खतरें की बात कर रहे थे अब बाबरी मस्जिद का डर दिखा रहे ओवैसी हार की डर से और रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद और बीफ काटते रहों कहकर वोट मांग रहे है
हैदराबाद। हैदराबाद में असुदद्दीन ओवैसी को पहली बार हार का डर सता रहा है बीजेपी प्रत्याशी माधुरी लता के तीर छोड़ने की वजह से ओवैसी ने अपने सुर बदल दिए है। UCC-NRC और संविधान खतरें की बात कर रहे असुदद्दीन ओवैसी जहां देशवासियों को 6 दिसंबर बाबरी मंस्जिद का डर दिखा रहे थे वही अब दूसरी तरफ वोट पाने के लिए देश के सभी हिंदू-मुस्लिम लोगों को तोड़ने में लगे हुए है। हैदराबाद में रामनवमी के मौके पर माधवी लता के तीर छोड़ने पर असुदद्दीन ओवैसी फॉर्म में आ गए हैं। इस घटना के बाद जहां हैदराबाद का सियासी माहौल गर्म है तो वहीं दूसरी तरफ अब ओवैसी माधवी लता के तीर वाले इशारे को मुद्दा बनाने में जुट गए हैं। असुदद्दीन ओवैसी अपने भाषणों में जहां मुख्तार अंसारी की मौत से लेकर सीएए और एनआरसी के मुद्दों को उठा रहे हैं तो अब उन्होंने इबातदगाहों की सुरक्षा को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। अभी तक काफी शांत दिख रहे ओवैसी ने अपने भाषणों की लाइन बदल दी है। उन्होंने यहां तक अपील कर दी है कि लोग इस तीर वाले वीडियो को ध्यान में रख वोट डालें। ओवैसी से पहले उनके बीजेपी प्रत्याशीअसदुद्दीन ओवैसी के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी भी एक राजनेता थे। वह सन 1984 के दशक से हैदराबाद के सांसद रहे। फिर उसके बाद साल 2004 में पहली बार ओवैसी को हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुना गया एक हिसाब से ये खानदानी सियासत और खानदानी पद जो ओवैसी को मिलता रहा जिससे आज उनका डर साफ़ दिखने लगा है कि एक महिला उमीदवार उनको पछाड़ते हुए दिख रही है। ओवैसी साल 2004 के बाद वे 2009 और 2014 के आम चुनाव में भी हैदराबाद क्षेत्र से सांसद चुने गए। 2019 के आम चुनाव में वह अपनी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन से फिर एक बार हैदराबाद क्षेत्र से उम्मीदवार हैं।
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो एक मीट शॉप पर पहुँचते हैं और ‘रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद’ कहते हैं। इस वीडियो में वो मांस काटने वाले लोगों के साथ हाथ मिलाते हैं और फिर कहते हैं ‘काट ते रहो।’ ये वीडियो असदुद्दीन ओवैसी के चुनाव प्रचार के दौरान का है, जब वो हैदराबाद के अंदरुनी इलाकों में पैदल ही चुनाव प्रचार कर रहे थे और लोगों से मिल रहे थे। उनका ये वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने उन पर हमला बोला है।
हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि वो तीर मारने का वीडियो दुनिया ने देखा। वो हैदराबाद में हिंदू और मुसलमानों के अमन को कमजोर करने के लिए किया गया था। वो किसी इबादतगाह के ऊपर नहीं था। वो हैदराबाद दंगे कराने के लिए किया गया था। ओवैसी ने आगे कहा कि अगर उस इबादतगाह के लिए एहसास और तकलीफ है। कम से कम उस इबादतगाह की अजमत के लिए वोट डालो। क्या अब भी मजलिए और असद के लिए वोट नहीं करोगे? ओवैसी यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कह दिया कि हैदराबाद की आवाम 13 मई को उस वीडियो को समाने रखकर वोट करेंगे। हैदराबाद में 13 मई को वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण के चुनावों के बीजेपी ने पहली सूची में माधवी लता का नाम तय कर दिया था। बीआरएस भी यहां से कैंडिडेट का ऐलान कर चुकी है लेकिन अभी तक कांग्रेस ने कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है।
बीजेपी की कैंडिडेट माधवी लता अपनी जीत का दावा कर रही है। अभी तक कभी भी बीजेपी ने यहां से महिला को कैंडिडेट नहीं बनाया है। यह पहली बार है जब ओवैसी को महिला कैंडिडेट से कड़ी चुनौती मिल रही है। माधवी लता ने सिर्फ ओवैसी बल्कि उनके भाई अकबरुद्दीन के साथ कांग्रेस पर हमलावर हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि मैंने 4-5 हजार मुस्लिम महिलाओं के साथ काम किया है। मुस्लिम महिलाएं गरीबी और डर में जी रही हैं। वो 10 बच्चों को जन्म दे रही है। लेकिन उन बच्चों का क्या फायदा। इतने बच्चों को आप अच्छे से पढ़ाई भी नहीं दे पा रहे। ठीक तरह से आप खाना और सेहत नहीं दे पा रहे हो। बच्चों को छोटी उम्र में काम करना पड़ता है। AIMIM के सामने दिक्कत यह है कि अगर कांग्रेस से कोई बड़ा मुस्लिम मैदान में आया था तो ओवैसी की दिक्कत बढ़ सकती है।
निर्मला सीतारमण ने असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला. निर्मला सीतारमण ने निर्मला सीतारमण ने हमला बोलते हुए कहा कि उनके राजनीतिक बयान हमेशा अभद्र होता है. वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे उनके ऐसे बयानों पर हैरानी नहीं होती है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि उनके छोटे भाई यानी अकबरुद्दीन ओवैसी भी, जो विधायक हैं, ऐसे बयान देने में एक्सपर्ट हैं. दरअसल, निर्मला सीतारमण का ये बयान तब आया है जब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन यानी AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के चुनाव प्रचार का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ. वीडियो के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी इस दुकान पर पहुंचने के दौरान बोर्ड पर लिखा नाम पढ़ते हैं. इसके बाद वो कहते नजर आते हैं कि रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद. चलते-चलते उन्होंने कहा कि काटते रहो आप. वायरल वीडियो में AIMIM सांसद का चुनाव प्रचार के दौरान मांस की एक दुकान पर जाकर जहां रेहान बीफ शॉप लिखा है रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद के नारे लगाना यह दर्शाता है कि किस प्रकार ओवैसी भड़काऊ बयान देने कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. वहीं इसको लेकर बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे इन लोगों के बयानों पर आश्चर्य नहीं होता है।
क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई इसी तरह के भड़काऊ बयान देते रहते हैं. बता दें कि पहले चरण में 19 अप्रैल को 21 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हो गई है. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 13 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 89 सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही चार राज्यों में मतदान प्रक्रिया पूरी की जाएगी. तीसरे चरण में 7 मई को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही 6 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान संपन्न हो जाएगा. चौथे चरण में 13 मई को 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही तीन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान पूरा हो जाएगा. वहीं पांचवें चरण में 20 मई को 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके साथ ही तीन और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान संपन्न हो जाएगा. छठे चरण में 25 मई को 7 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 57 सीटों पर मतदान होगा. इस चरण के साथ दो और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान संपन्न हो जाएगा. सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को 8 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके साथ ही 8 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
किशनगंज जिले के बहादुरगंज कालेज ग्राउंड में रविवार शाम एआईएमआईएम प्रत्याशी अख्तरुल ईमान के पक्ष में पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी सभा को किया। अपने भाषण के दौरान ओवैसी ने कांग्रेस और एनडीए पर तीखा राजनीतिक प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सीमांचल की आवाज दिल्ली पार्लियामेंट में गूंजना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक जिंदा रहूंगा सीमांचल के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ूगां। औवेसी ने कहा कि चुनाव में सीमांचल की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए वोट करें। औवेसी ने सीएए और एनआरसीसी का विरोध किया। गौरतबल है कि एआईएमआईएम ने किशनगंज, अररिया, कटिहार, दरभंगा, बक्सर, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, काराकाट, भागलपुर, गोपालगंज, शिवहर, पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
किशनगंज लोकसभा सीट से अमौर के विधायक व एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पिछली बार भी किशनगंज से ही लोकसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन त्रिकोणात्मक लड़ाई में यहां से कांग्रेस की जीत हुई थी। बता दें कि एआईएमआईएम ने सीमांचल खासकर किशनगंज, अररिया और पूर्णिया में अच्छा-खासा जनाधार बनाया है। 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव में उसने तीनों जिलों में जीत का स्वाद भी चखा। उसके पांच विधायक जीते। इनमें किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में बहादुरगंज, कोचाधामन, अमौर और बायसी जबकि अररिया लोकसभा क्षेत्र में जोकीहाट में उनका विधायक जीता था। हालांकि तकनीकी रूप से अमौर व बायसी पूर्णिया जिले के प्रखंड हैं, लेकिन किशनगंज लोकसभा के क्षेत्र हैं।