अत्यधिक तनाव से खून गाढ़ा होकर जमने लगता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना रहती है
राजसमद। राजसमद प्रज्ञा विहार में पर्युषण पर्व के सातवें दिन मुनि रविंद्र कुमार व मुनि अतुल कुमार के सानिध्य में ध्यान दिवस मनाया गया। मुनि अतुल कुमार ने कहा ध्यान भटकता है तो गलती होने की संभावना बढ़ जाती है। गलतियों से बचने के लिए मन को एकाग्र करें। जिन लोगों में एकाग्रता की कमी होती है वे हमेशा चिंतित रहते हैं। ऐसे लोग बात-बात पर चिढ़ जाते हैं और कभी-कभी निराश भी हो जाते हैं। मन एकाग्र होगा तो आत्मविश्वास बढ़ेगा, चिंताएं दूर होंगी, मन शांत रहेगा निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। एकाग्रता की कमी होगी तो चिंताएं बनी रहेंगी, योजनाएं बार-बार बदलते रहेंगे। आज की दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसे तनाव न होता हो। तनाव का होना अच्छी बात है परंतु एक हद के बाहर तनाव का हो जाना यह खतरनाक हो सकता है। तनाव, यह डिप्रेशन एक प्रकार का मानसिक विकार है। किसी भी एक निगेटिव विचार के दिमाग पर हावी हो जाने के बाद हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है।
हमारा मस्तिष्क सही से कार्य करने और किसी भी खुशी के मौके पर प्रसन्न होने में अक्षम हो जाता है। यह तनाव की स्थिति कही जा सकती है। जब इंसान टेंशन में होता है तो खून गाढ़ा होने लगता है जिससे खून के थक्के जमने के चांस रहते हैं। यही कारण है कि ज्यादा टेंशन करने से हार्ट अटैक आता है। हमारी जिंदगी में कभी-कभी कोई ऐसी घटना हो जाती है जिससे हमारी जिंदगी प्रभावित हो जाती है। अपने किसी प्यारे के जिंदगी से चले जाना, तलाक, किसी की नौकरी या व्यापार खत्म हो जाना आदि ये सब तनाव के कारण बन जाते हैं। व्यक्ति इनसे बाहर नहीं निकल पाता और तनाव का कारण बन जाता है। मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। मंगलाचरण महिला मंडल ने ध्यान गीत से किया। प्रेक्षा वाहिनी द्वारा प्रस्तुति दी गई। प्रवचन में काफी अच्छी संख्या में लोग उपस्थित रहे। राजनगर, भिक्षु निलयम में जैन तेरापंथ सभा भिक्षु बोधि स्थल के तत्वावधान में साध्वी परमयशा के सानिध्य में "भगवान महावीर की अध्यात्म यात्रा और पर्युषण पर्व के सातवां दिन "ध्यान दिवस" के तौर पर मनाया गया।