केरल। केरल में शनिवार को जब्त की गई 2525 किलोग्राम मेथमफेटामाइन ड्रग्स 12 हजार करोड़ रुपए नहीं, 25 हजार करोड़ रुपए की है। दरअसल इसकी क्वालिटी बेहद अच्छी है, इसलिए कीमत इतनी ज्यादा है। पहले इसकी अनुमानित कीमत 12 हजार करोड़ रुपए बताई गई थी। इंडियन नेवी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने जॉइंट ऑपरेशन के दौरान केरल तट के पास से इस ड्रग्स को जब्त किया था। नेवी और NCB को ड्रग्स की कीमत पता लगाने में 23 घंटे से ज्यादा का समय लगा। NCB के डिप्टी डायरेक्टर जनरल संजय कुमार सिंह ने बताया कि कीमत के हिसाब से ये भारत में ड्रग्स की सबसे बड़ी जब्ती है।
NCB के मुताबिक, यह ड्रग्स पाकिस्तान से ट्रांसपोर्ट हुई। यहां से इसे ईरान के चाबहार पोर्ट पहुंचाया गया। इसके बाद इसे बोट से भारत लाया गया। इसकी सप्लाई भारत के अलावा श्रीलंका और मालदीव्स में भी होनी थी। ड्रग माफियाओं के प्लान के मुताबिक, ये बोट समुद्र में कुछ जगहों पर रुकती। इस दौरान अलग-अलग देशों से छोटी बोट इसके पास आकर ड्रग्स लेकर लौट जातीं। हालांकि, ड्रग्स की सप्लाई होने से पहले ही केरल के कोच्चि तट के पास इस बोट को पकड़ लिया गया। ड्रग्स के साथ एक पाकिस्तानी व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया, जिसे सोमवार को कोच्चि मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और भारतीय नौसेना को एंटी-ड्रग्स ऑपरेशन में अबतक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. ऑपरेशन समुद्रगुप्त के तहत हुए ज्वाइंट कार्रवाई में शनिवार को 2525 किलोग्राम ड्रग्स बरामद किया गया है. पकड़ा गया ड्रग्स हाई-प्युरिटी वाला मेथामफेटामाइन है. इसकी मार्केट वैल्यू 25 हजार करोड़ रुपये आंकी गई है. एनसीबी अधिकारियों ने बताया कि ड्रग्स को एक-एक किलो के पैकेट्स बनाकर 134 बोरियों में रखकर स्मगल किया जा रहा था. इतनी बड़ी मात्रा में पकड़े गए ड्रग्स की गिनती और आंकलन करने में 24 घंटे से अधिक समय अधिकारियों को लगे.
ड्रग्स की खेप के साथ एक पाकिस्तानी संदिग्ध नागरिक को भी अरेस्ट किया गया है. हिरासत में लेकर पहले एनसीबी और नेवी के अधिकारियों ने पूछताछ की थी. सोमवार शाम को उसे कोर्ट में पेश किया गया. डिप्टी जनरल मैनेजर (आपरेशंस) संजय कुमार सिंह ने बताया कि कीमत के हिसाब से यह अबतक की सबसे बड़ी जब्ती है. हाई-प्युरिटी वाले इस ड्रग्स की कीमत 25 हजार करोड़ रुपये के आसपास है. उप महानिदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि एनसीबी और नौसेना का हिंद महासागर में यह एक सफल ऑपरेशन था. यह अपने मौद्रिक मूल्य के मामले में सबसे बड़ा है. ड्रग्स का स्रोत पाकिस्तान है, लेकिन इसे ईरान में चाबहार पोर्ट से लोड कर भेजा गया था. यह खेप श्रीलंका, मालदीव और भारत के लिए थी. इसे समुद्र में ही विभिन्न प्वाइंट्स से छोटी नावों के माध्यम से संबंधित जगहों पर पहुंचाने का प्लान था. सिंह ने एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक के अरेस्ट किए जाने की पुष्टि की है.